रोजा अन्न की कीमत और जल की सुरक्षा का महत्व बताता है

फुलवारीशरीफ : एदारा शरिया, बिहार व झारखंड के प्रमुख सह जदयू एमएलसी मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने रमजान के पाक महीने में रोजा रखने की अहमियत को समझाते हुए कहा कि रोजे की भूख व प्यास अन्न की कीमत और जल की सुरक्षा के प्रति लोगों को प्रेरित करता है. गरीबों के प्रति प्रेम और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2016 6:50 AM
फुलवारीशरीफ : एदारा शरिया, बिहार व झारखंड के प्रमुख सह जदयू एमएलसी मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने रमजान के पाक महीने में रोजा रखने की अहमियत को समझाते हुए कहा कि रोजे की भूख व प्यास अन्न की कीमत और जल की सुरक्षा के प्रति लोगों को प्रेरित करता है.
गरीबों के प्रति प्रेम और सद्भावना का जज्बा पैदा करता है, जब कोई भूख व प्यास से सोता है, तो उसे अन्न व पानी की महत्ता का अहसास होता है. आज बड़े लोगों की पार्टी में अन्न व जल की जिस तरह से बरबादी हो रही है उस परिपेक्ष्य में रमजान का रोजा सभी लोगों को भोजन-पानी की सुरक्षा करने की प्रेरणा ही देता है. वक्त रहते नहीं चेते, तो आज जैसे पानी के लिए हाहाकार मची है, वैसे ही खाने को लेकर समस्या विकराल हो सकती है. ऐसे में बेहतर यही रहेगा कि ‘ भोजन और पानी ‘ की बरबादी हम कतई न करें.
क्योंकि, यहां सवाल सिर्फ हमारा ही नहीं, बल्कि हमारी अगली पीढ़ियों का भी है. उन्होंने कहा कि रमजान में बुरा व्यवहार न करें और फिर रोजमर्रा की जिंदगी में बेइमानी और शैतानी से कमाई करें, तो रमजान में रोजा रखने और तरावीह पढ़ने का कोई फायदा नहीं होनेवाला.

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