सरकारी स्कूलों में बच्चों के 75 फीसदी अटेंडेंस की होगी जांच : नीतीश

पटना: ‘ऑपरेशन क्लीन’ के तहत सरकारी स्कूलों में बच्चों के फर्जी अटेंडेंस की भी जांच की जायेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को श्रम विभाग के कार्यक्रम में इसकी घोषणा की. मुख्यमंत्री ने सरकारी स्कूलों में बच्चों की 75 फीसदी हाजिरी पर सवाल उठाये. कहा कि राज्य में पोशाक, छात्रवृत्ति, साइकिल योजना का लाभ देने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 13, 2016 9:30 AM
पटना: ‘ऑपरेशन क्लीन’ के तहत सरकारी स्कूलों में बच्चों के फर्जी अटेंडेंस की भी जांच की जायेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को श्रम विभाग के कार्यक्रम में इसकी घोषणा की. मुख्यमंत्री ने सरकारी स्कूलों में बच्चों की 75 फीसदी हाजिरी पर सवाल उठाये. कहा कि राज्य में पोशाक, छात्रवृत्ति, साइकिल योजना का लाभ देने के लिए स्कूलों में 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य की गयी, लेकिन कितने बच्चे स्कूल जा रहे हैं? उन्होंने कहा कि बच्चे स्कूल जाते नहीं, लेकिन उनका अटेंडेंस बन जाता है. सरकार इस पर भी नजर रख रही है और इसकी भी जांच करायेगी.
सरकारी स्कूलों के बच्चों की उपस्थिति पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सवाल उठाने पर कार्यक्रम में मौजूद शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने भी कहा कि सरकारी इसकी जांच करायेगी. शिक्षा विभाग अटेंडेस को लेकर काम कर रहा है और ब्लू प्रिंट भी तैयार हो रहा है. राज्य के सरकारी स्कूलों में 4.50 लाख शिक्षक हैं, जबकि 2.50 करोड़ छात्र-छात्राएं हैं. ऐसे में फेजवाइज अटेंडेस की जांच की शुरुआत की जायेगी. नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में निजी बीएड कॉलेजों की शिकायतें भी मिल रही हैं. उसकी भी जांच का आदेश दे दिया गया है. कहीं भी कोई गड़बड़ी बरदाश्त नहीं की जायेगी. इक्का-दुक्का जो भी गड़बड़ियां होंगी, उन्हें बंद करना होगा.
शिक्षा मंत्री ने फिर से कहा कि बीएड कॉलेजों के बाद वित्त रहित प्लस टू व डिग्री कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों की भी जांच होगी. ये संस्थान मानकों व नियमावली के अनुसार चल रहे हैं या नहीं. शिक्षा माफिया जो प्रदेश की शिक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं उसे होने नहीं दिया जायेगा.
कुछ लोग होते है महाशैतान, जगह िमल गयी, तो करने लगते हैं गड़बड़ी
मुख्यंमत्री ने कार्यक्रम में लालकेश्वर का नाम लिये बगैर कहा कि शिक्षा में तरह-तरह के लोग काम करते हैं. कोई एकदम संत मिलेगा, तो कोई महाशैतान. उन्हें जगह मिल गयी, तो वे धांधली करने लगे और गड़बड़ी करने लगे. अगर सरकार इंटर तक की पढ़ाई अनिवार्य कर दे, तो इंटर पास का सर्टिफिकेट भी मिलने लगेगा. कुछ किसी भी परिस्थिति में माल बनाने में माहिर हैं. ऐसे लोगों से हताश व निराश होने की जरूरत नहीं है. हमें लगे रहना होगा. कोई नकल करवाता है, उससे निबटना होगा. रोकना होगा. इंटर टॉपर गड़बड़ी के खुलासे के बाद ऐसा नहीं कि अगले साल से ऐसा नहीं होगा. लगातार सतर्कता बरतनी होगी. स्ट्रगल करना होगा. एक से एक काबिल लोग हैं व तरह-तरह के नटवरलाल हैं, जो ऐसे कारनामे कर सकते हैं. इस पर नजर रखनी होगी.

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