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रिजल्ट घोटाला: पूर्व विधायक उषा पर भी प्राथमिकी

पटना : रिजल्ट घोटाले में बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद की पत्नी व हिलसा की पूर्व जदयू विधायक उषा सिन्हा की भी तलाश तेज हो गयी. छापेमारी के दौरान मिले सबूत के बाद उषा सिन्हा को भी अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया है. वीआर कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमित कुमार उर्फ बच्चा राय, पटना […]

पटना : रिजल्ट घोटाले में बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद की पत्नी व हिलसा की पूर्व जदयू विधायक उषा सिन्हा की भी तलाश तेज हो गयी. छापेमारी के दौरान मिले सबूत के बाद उषा सिन्हा को भी अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया है. वीआर कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमित कुमार उर्फ बच्चा राय, पटना कॉलेज के अस्थायी व्याख्याता अजित शक्तिमान व बिहार संस्कृत बोर्ड के कर्मी संदीप झा के घरों से मिले दस्तावेज और उनके कबूलनामे ने इस दंपती का काला चिट्ठा खोल कर रख दिया है.

दरअसल पुलिस की पड़ताल जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, रिजल्ट घोटाले में शामिल लोगों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है. अब तक उषा सिन्हा को लेकर संदेह जाहिर किया जा रहा था. पुलिस उन्हें कस्टडी में लेकर लालकेश्वर के बारे में पूछताछ करनेवाली थी, लेकिन इससे पहले लालकेश्वर के तीन बिचौलिये हाथ लग गये-बच्चा राय, संदीप झा और अजीत शक्तिमान. इनसे पूछताछ में साफ हो गया है कि लालकेश्वर के साथ उनकी पत्नी भी घोटाले में शामिल हैं. इससे जुड़े दस्तावेज भी तीनों के घर से बरामद हुए हैं.

लालकेश्वर की तलाश में हो रही छापेमारी
लालकेश्वर की तलाश में एसआइटी ने रविवार को भी पटना में कई जगहों पर छापेमारी की है. उनके बहादुरपुर स्थित आवास की पुलिस घेराबंदी पहले से है. छापेमारी टीम को लीड कर रहे डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर डॉक्टर मोहम्मद शिबली नोमानी रविवार को उनके आवास पर पहुंचे थे. कई लोगों से पूछताछ की गयी. इसके अलावा उनके रिश्तेदारों के फोन सर्विलांस पर हैं. उनका लोकेशन मिलते ही पुलिस उन्हें गिरफ्तार करेगी.
बाेर्ड के चार अन्य कर्मचारी को भी तलाश रही पुलिस
एसआइटी लालेश्वर के निजी पीए व रिश्तेदार विकास चंद्रा के अलावा बोर्ड काउंसिल के चार अन्य कर्मचारियों की तलाश भी की जा रही है. इन लोगों से पुलिस को कुछ खास जानकारी मिलने की संभावना है. पुलिस की नजर अब उन स्कूलों पर हैं, जहां के प्रिसिंपल लालकेश्वर से जुड़े हुए थे. पुलिस की एक टीम समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर भी गयी है. इसकी जांच के लिए अंडर ट्रेनिंग डीएसपी वंदना को लगाया गया है.
पटना पुलिस की एसआइटी में सीआइडी के लोग भी शामिल
एसआइटी में सीआइडी के लोग भी शामिल हैं. पटना पुलिस सीआइडी से मदद ले रही है. दस्तावेजों से सबूत निकालने में खासी मदद ली जा रही है. वहीं, संपत्ति जांच के लिए पटना पुलिस इनकम टैक्स और आर्थिक अपराध शाखा से भी मदद लेगी. इसके अलावा एफएसएल की मदद से रिपोर्ट तैयार करायी जा रही है, जिससे कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने के बाद आरोपितों को सबूत के आधार पर सजा दिलायी जा सके.
बच्चा राय समेत तीन को भेजा गया जेल
पटना. इंटर टॉपर मामले में वीआर कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमित कुमार उर्फ बच्चा राय को पूछताछ के बाद रविवार को जेल भेज दिया गया. इसके अलावा पटना कॉलेज के व्याख्याता अजीत शक्तिमान और संस्कृत बोर्ड के कर्मचारी संदीप झा को भी जेल भेजा गया. ये दोनों पूर्व बोर्ड अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह के लिए दलाली का काम करते थे. इन्हें शनिवार को गिरफ्तार किया गया था. इधर, लगातार छापेमारी के बावजूद लालेकश्वर अभी पुलिस की पकड़ में नहीं आये हैं. बच्चा राय से पटना पुलिस कुछ उगलवा नहीं सकी है. रिजल्ट घोटाले से जुड़े जो भी सवाल किये गये, उन पर बच्चा या तो खामोश रहा या फिर पूर्व बोर्ड अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह के मत्थे सारे आरोप मढ़ दिये. उसने कहा कि टॉपर कैसे बनाये जायेंगे, यह लालकेश्वर के इशारे पर बोर्ड प्लानिंग करता था. इस खेल के मास्टरमांइड लालकेश्वर ही थे. आंसर शीट, एडमिड कार्ड उसके आवास पर कैसे पहुंचे, इस सवाल पर सभी आरोपों को नकार गया, कहा- नहीं मालूम कैसे पहुंचीं कॉपियां. उसने सिर्फ एक बात कबूल किया है कि वह लालकेश्वर के आवास पर आता जाता था और बोर्ड में भी मिलने जाता था.
लालकेश्वर की गिरफ्तारी के बाद आमने-सामने करायेगी पूछताछ
पुलिस बच्चा राय को रिमांड पर लेने की तैयारी में है. प्लानिंग है कि लालकेश्वर की गिरफ्तारी के बाद बच्चा को रिमांड पर लिया जाये और आमने-सामने पूछताछ की जाये. उम्मीद है कि तभी सारे खेल का परदाफाश हो पायेगा. इसके अलावा अन्य आरोपित भी रिमांड पर लिये जायेंगे, जो जेल भेजे गये हैं. अब तक की पूछताछ में कुछ अन्य लोगों के नाम सामने आये हैं. वे लोग भी पुलिस के लपेटे में आयेंगे.
और भी कॉलेज के नाम आयेंगे सामने, समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर से भी पुलिस को मिले लिंक
वीआर काॅलेज के अलावा अन्य कॉलेजों के नाम भी इस रिजल्ट घोटाले से जुड़ सकते हैं. इस घोटाले में पुलिस के हाथ डालने के बाद दूसरे जिले से भी पुलिस को इनपुट मिल रहे हैं. अब तक समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर से कुछ खास जानकारी पुलिस के हाथ लगी है. पुलिस जांच की कड़ी में इसे भी शामिल कर रही है. मतलब साफ है कि बच्चा राय जैसे चेहरे और भी सामने अायेंगे.
वैशाली डीइओ ने कागजात उपलब्ध नहीं कराये, तो बनेंगे अप्राथमिकी अभियुक्त
इंटर रिजल्ट घोटाले में वैशाली के डीइओ भी पुलिस के जांच के दायरे में हैं. पुलिस ने उनसे दो दिनों तक पूछताछ की है. लेकिन, उनसे परीक्षा के दौरान दिये गये ऑर्डर की कॉपी दिखाने को कहा है. लेकिन, वह स्कूल बंद होने के कारण कागजात उपलब्ध नहीं कराये पाये हैं. पुलिस का कहना है कि अगर उनके जवाब से पुलिस संतुष्ट नहीं होती है, तो जो उन पर कोडिंग लीक करने के आरोप है, उस पर वह भी अप्राथमिकी अभियुक्त बनाये जायेंगे. उनकी भी गिरफ्तारी होगी.
बच्चा से ज्यादा अजित व संदीप ने उगले राज
बच्चा से ज्यादा संदीप झा व अजित शक्तिमान ने पुलिस को जानकारी दी है. पुलिस दोनों को लालकेश्वर का सबसे खास दलाल मान रही है. अजित पटना कॉलेज में अस्थायी व्याख्याता हैं. वह लालकेश्वर के संपर्क में तब आया, जब वह पटना कॉलेज के प्राचार्य थे. जबकि संदीप झा भागलपुर में संस्कृत स्कूल में था. बाद में उसे बिहार संस्कृत बोर्ड में संबंद्ध कर दिया गया था. यहीं से वह लालकेश्वर से जुड़ गया. पूछताछ में दोनों ने बहुत कुछ बताया है. दोनों ने कुछ नाम लिये गये हैं, जिनकी तलाश हो रही है.

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