बुझ गया नेपाली साव के घर का चिराग

फुलवारीशरीफ : दो दिनों से लापता बेटे का शव कुआं में मिलने की खबर सुनते ही गोलू की मां गुलाबी देवी बेहोश हो गयी और पिता नेपाली साव छाती पीट-पीट कर विलाप करने लगे. घर के चिराग के बुझ जाने के बाद परिजनों का हाल भी बेहाल था. नेपाली साव की एकमात्र बेटी मुन्नी (6 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 14, 2016 3:58 AM

फुलवारीशरीफ : दो दिनों से लापता बेटे का शव कुआं में मिलने की खबर सुनते ही गोलू की मां गुलाबी देवी बेहोश हो गयी और पिता नेपाली साव छाती पीट-पीट कर विलाप करने लगे. घर के चिराग के बुझ जाने के बाद परिजनों का हाल भी बेहाल था. नेपाली साव की एकमात्र बेटी मुन्नी (6 साल ) ही बच गयी है.

गोलू की मां बार-बार यही रट लगा रही थी, कहां गेले रे हमर बउआ, …कौन दुश्मनवा मार देलक हमर बेटवा… फिर बेहोश हो जाती. चाचा बहादुर साव रो-रो कर कह रहे थे की बउआ के गला दबा के मार देलकई हे. आसपास की महिलाएं गोलू की मां को संभालने में लगी थी. घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल है. लोग पुलिस को कोस रहे थे कि सूचना देने के बावजूद पुलिस गांव में नहीं पहुंची. किसी को समझ में नहीं आ रहा था की मासूम गोलू से किसी की क्या दुश्मनी थी.

Next Article

Exit mobile version