बिहार के शिक्षा संस्थानों में हुए नियुक्ति अनियमितताओं की जांच हो : बीजेपी

पटना : बिहार में शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर बनाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा शुरू की गयी ‘ऑपरेशन क्लीन’ पहल के बीच भाजपा ने भागलपुर के सबौर में कृषि विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज करने की आज मांग की. वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमारी मोदी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 14, 2016 7:37 PM

पटना : बिहार में शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर बनाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा शुरू की गयी ‘ऑपरेशन क्लीन’ पहल के बीच भाजपा ने भागलपुर के सबौर में कृषि विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज करने की आज मांग की. वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमारी मोदी ने पटना के मौलाना मजरुल हक अरबी और फारसी विश्वविद्यालय और पटना के संस्कृत शिक्षा बोर्ड में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में भी प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की.

कई शिक्षा संस्थानों में नियुक्ति में अनियमितता

सुशील ने कहा कि इन संस्थानों में हुई अनियमितताओं की महज जांच करने से किसी उद्देश्य की पूर्ति नहीं होगी. अतएव राज्य सरकार को टॉपर्स घोटाले की तर्ज पर कृषि विश्वविद्यालय अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय तथा संस्कृत शिक्षा बोर्ड में अनियमितताओं के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू करनी चाहिए.

नियुक्ति प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप

उन्होंने कहा कि सहायक प्रोफेसर सह कनिष्ठ वैज्ञानिक की नियुक्ति में कथित अनियमितताएं स्पष्ट और गंभीर है, क्योंकि यह भर्ती तब की गयी जब मेवालाल चौधरी कुलपति थे जो अब जदयू विधायक हैं. पहले, दूसरे और तीसरे नंबर पर आने वाले उम्मीदवार नियुक्ति के लिए अपात्र बना दिये गये क्योंकि उन्हें साक्षात्कार और प्रजेंटेशन में 10-10 में से 0.1 से 0.5 नंबर दिये गये जबकि जिनका अकादमिक प्रदर्शन बेहद खराब था, उन्हें चुन लिया गया क्योंकि साक्षात्कार बोर्ड ने साक्षात्कार और प्रजेंटेशन में उन्हें दस में दस अंक दिये.

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