पटना : बिहार में टॉपर्स घोटाले की गाज यहां की एक महिला कॉलेज की प्रिंसिपल पर गिरी. पूर्व जदयू विधायक और बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड के चेयरमैन लालकेश्वर प्रसाद सिंह की पत्नी उषा सिन्हा को आज महिला कालेज के प्रधानाचार्या पद से हटाकर उनकी जगह एक वरिष्ठ प्रोफेसर को नियुक्त किया गया.
उषा सिन्हा को प्रधानाचार्य पद से हटाया गया
मगध विश्वविद्यालय के कुलपति मोहम्मद इश्तियाक ने पीटीआई भाषा को बताया कि विश्वविद्यालय ने वरिष्ठतम व्यक्ति कंचन चखैयार को अस्थायी तौर पर गंगा देवी कॉलेज का प्रधानाचार्य नियुक्त किया है. बारहवीं की परीक्षा में अपना नाम आने के बाद सिन्हा ने छुट्टी पर जाने से पहले एक जूनियर प्रोफेसर दिलीप कुमार वर्मा को कालेज का प्रधानाचार्य नियुक्त किया था. कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय ने वर्मा की नियुक्ति निरस्त कर दी है और कंचन चखैयार को नियुक्त किया है.
हिलसा सीट से थीं विधायक
सिन्हा ने 2015 में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था क्योंकि नालंदा जिले में उनकी हिलसा सीट राजद के कोटे में चली गयी थी. इसके बाद वह कॉलेज में कार्यरत हो गई थीं. उन्हें यहां के कंकड़ बाग स्थित इस कॉलेज में प्रधानाचार्य बनाया गया था. इंटरमीडिएट की परीक्षा से जुड़े घोटाले की जांच में उनकी भूमिका सामने आने के बाद पुलिस ने इस मामले में उन्हें सह-आरोपी बनाया. पिछले सप्ताह, वह भूमिगत हो गयीं. गंगा देवी कॉलेज के एक क्लर्क को गिरफ्तार करने वाली विशेष जांच टीम ने आज संस्थान में दोबारा तलाशी ली.