सबौर कृषि विवि में नियुक्ति में हुई धांधली

प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि कृषि विवि सबौर, मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विवि और संस्कृत शिक्षा बोर्ड में हुई नियुक्ति में व्यापक धांधली हुई है. इसमें मेरिट वालों को जहां कम अंक देकर नियुक्ति नहीं होने दिया. वहीं जिसे नियुक्त करना चाहते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 15, 2016 6:53 AM
प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि कृषि विवि सबौर, मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विवि और संस्कृत शिक्षा बोर्ड में हुई नियुक्ति में व्यापक धांधली हुई है. इसमें मेरिट वालों को जहां कम अंक देकर नियुक्ति नहीं होने दिया. वहीं जिसे नियुक्त करना चाहते थे मनमाना अंक दिया गया. यहां तक की पीएचडी और नेट पास को भी नियुक्त नहीं किया गया. उन्होंने राज्य सरकार पूरे मामले में प्राथमिकी दर्ज कर नियुक्ति की प्रक्रिया की जांच करे.
वे एक, पोलो रोड में जनता दरबार कार्यक्रम संपन्न होने के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कृषि विवि सबौर असिस्टेंट प्रोफेसर कम जूनियर वैज्ञानिक की नियुक्ति में साक्षात्कार की प्रक्रिया की अवहेलना किया. आरटीआइ में मिली सूचना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि नियुक्ति में पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के लिये दस अंक देने का प्रावधान था, लेकिन पावर पॉइंट प्रजेंटेशन लिया ही नहीं गया.
इसके बावजूद जिसे चयन करना था, उसे कम योग्यता के बावजूद दस में दस अंक दिया गया. वहीं जिसे चयन नहीं करना था उसे अधिक योग्यता के बावजूद 0.1 से 0.5 तक अंक दिया गया. साक्षात्कार में शामिल हुए पहले, दूसरे और तीसरे टॉपर को 0.1 से 0.5 तक अंक दिया गया.
मोदी ने कहा कि सात विषयों में साक्षात्कार एक ही विषय के विशेषज्ञ द्वारा लिया गया. प्लांट पैथेलेाजी के डा डी प्रसाद से सभी सात विषयों में नियुक्ति के लिए साक्षात्कार लिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि मेवालाल चौधरी ने पैसे लेकर यह सब किया. वे विश्वविद्यालय एक्ट के विरुद्ध हॉर्टिकल्चर कॉलेज नूरसराय के विजय कुमार आैर एसएमएस, केवीके के राहुल कुमार को नियुक्त विवि में नियुक्त किया.

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