पांच शहरों से पटना के लिए ट्रेनें
निर्णय. दिल्ली, मुंबई, इंदौर, अमृतसर व नांदेड से ख्ुलेंगी अितरिक्त ट्रेनें पटना : गुरु गोविंद सिंह की 350वीं जयंती समारोह के मौके पर पटना साहिब के लिए देश के पांच बड़े शहरों से अतिरिक्त ट्रेंने चलेगी. इसके लिए मुख्य सचिव के स्तर पर तैयारी को अंतिम रूप दिया गया है. जिन शहरों से पटना साहिब […]
निर्णय. दिल्ली, मुंबई, इंदौर, अमृतसर व नांदेड से ख्ुलेंगी अितरिक्त ट्रेनें
पटना : गुरु गोविंद सिंह की 350वीं जयंती समारोह के मौके पर पटना साहिब के लिए देश के पांच बड़े शहरों से अतिरिक्त ट्रेंने चलेगी. इसके लिए मुख्य सचिव के स्तर पर तैयारी को अंतिम रूप दिया गया है.
जिन शहरों से पटना साहिब के लिए ट्रेंने खलेगी उसमें दिल्ली, मुंबई, इंदौर, अमृतसर और नांदेड़ शामिल है. पंजाब सरकार के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार पटना में एक से पांच जनवरी तक अगले साल इस समारोह का आयोजन किया जायेगा. समारोह में आनेवाले सिख धर्मावलंबियों की संख्या काफी अधिक होगी.
समारोह में आने और जाने के लिए रेल, बस और फ्लाइट्स की संख्या में कई गुणा वृद्धि की जायेगी. सिर्फ पटना जंक्शन से पटना घाट के लिए हर घंटे शटल ट्रेन खुलेगी. रेलवे द्वारा पटना घाट का सौंदर्यीकरण किया जायेगा. पटना घाट के पास की सड़कों को चौड़ीकरण का निर्णय लिया गया है. पटना साहिब रेलवे स्टेशन पर यात्री निवास और रिटायरिंग रूम बनाने का निर्णय लिया गया है. पंजाब सरकार को भेजे गये पत्र के अनुसार पटना हवाई अड्डा पर फ्लाइट्स की संख्या में वृद्धि होगी.
पटना सिटी. शताब्दी गुरुपर्व में मुख्य ठहराव स्थलों पर छह व 12 बेडों का कैंप अस्पताल बनाया जायेगा, जो आवश्यक सुविधाओं से लैस होगा. प्रशासन की ओर से की जा रही तैयारियों में यह व्यवस्था की गयी है. इसका निर्देश डीएम ने दिया है. डीएम ने 27 मई को आयोजित समीक्षा बैठक में निर्देश दिया था. जिसमें कहा गया था कि पीएमसीएच, आइजीएमएस, एनएमसीएच व श्री गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में चिकित्सा हेतु विशेष तैयारी के साथ अतिरिक्त आपात कक्ष की व्यवस्था की जाये. साथ ही मुख्य आवासन स्थल पर छह व 12 बेडों के कैंप अस्पताल का निर्माण किया जाये. इतना ही नहीं जिलाधिकारी ने अपने निर्देश में यह भी कहा है कि पर्याप्त संख्या में चिह्नित स्थलों पर दस चिकित्सा शिविर लगाये जाये. चिकित्सा स्थलों पर 24 घंटे चिकित्सक पर्याप्त दवा व उपकरण की व्यवस्था हों.
विपरीत परिस्थितियों से निबटने के लिए मुख्य निजी अस्पतालों को चिह्नित कर वहां उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं सहित सूची तैयार कर समन्वय स्थापित रखना है. साथ ही एंबुलेंस की आवश्यकता व उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे, ताकि संगत को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. डीएम ने यह दायित्व सिविल सर्जन डॉ जीएस सिंह को सौंपी है, जो अस्पताल के अधीक्षक से मिल कर व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे.