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दो कोड पर हुई चेक की निकासी, पहला प्रोसेसर, दूसरा किसका !

पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में कई ऐसे काम होते हैं, जो पूरी तरह से गुप्त रखे जाते हैं. खास कर मैट्रिक और इंटर की परीक्षा का रिजल्ट तैयार करने की प्रक्रिया. इसकी जानकारी बोर्ड अध्यक्ष को छोड़ कर किसी को नहीं होती है. इस दफे पहली बार इंटर परीक्षा का रिजल्ट तैयार करने […]

पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में कई ऐसे काम होते हैं, जो पूरी तरह से गुप्त रखे जाते हैं. खास कर मैट्रिक और इंटर की परीक्षा का रिजल्ट तैयार करने की प्रक्रिया. इसकी जानकारी बोर्ड अध्यक्ष को छोड़ कर किसी को नहीं होती है. इस दफे पहली बार इंटर परीक्षा का रिजल्ट तैयार करने के लिए अलग से प्रोसेसर कंपनी तय की गयी. इसकी जानकारी केवल लालकेश्वर प्रसाद को थी.
प्रोसेसर को पैसे का पेमेंट पूरी तरह गोपनीय रखते हुए कोड से किया जाता है. लालकेश्वर प्रसाद ने प्रोसेसर के लिए कोड देने के अलावा एक और कोड पर चेक की निकासी करवायी. एक चेक प्रोसेसर के नाम से था, तो दूसरा कोड किसका था, इसका खुलासा होना बाकी है.
एक कोड पर सात करोड़ तो दूसरे कोड पर चार करोड़ का बना चेक : प्रोसेसर को पैसे दो कोड पर दिये गये. एक कोड पर सात करोड़ और दूसरे कोड पर चार करोड़ की निकासी चेक के माध्यम से की गयी. चेक लेने के बाद पैसे को कहां भेजा गया, इसकी जानकारी पूर्व अध्यक्ष के पास ही था. ज्ञात हो कि समिति के अकाउंट सेक्शन द्वारा चेक की निकासी तो कोड पर किया गया. इस चेक को प्रोसेसर को कब दिया गया, यह किसी को पता नहीं है.
बदल दिया था मैट्रिक और इंटर का प्रोसेसर : लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने इस बार इंटर और मैट्रिक दाेनों का प्रोसेसर चेंज कर दिया था. अभी तक इंटर और मैट्रिक का रिजल्ट तैयार करने के लिए कोलकाता की एक कंपनी को दिया जाता रहा है. लेकिन लालकेश्वर ने दिल्ली की किसी कंपनी को रिजल्ट तैयार करने का काम दिया था. समिति कर्मचारी की मानें, तो यह प्राेसेसर पूर्व अध्यक्ष के पहचान वालाें का था.
प्रोसेसर से होता है रिजल्ट का सारा काम : इंटर या मैट्रिक के रिजल्ट तैयार करने की सारा काम प्रोसेसर से किया जाता है.
इसके लिए एक गुप्त कंपनी को चुना जाता है. यह काम अध्यक्ष के द्वारा किया जाता है. प्रोसेसर मार्क्स सीट, सर्टिफिकेट, माइग्रेशन सर्टिफिकेट, डुप्लीकेट मार्क्सशीट आदि बना कर समिति को सौंपता है. यह सारा काम पूरी तरह से गुप्त होता है. प्रोसेसर से इन सारे कामों को करवाने के लिए पैसे का लेन-देन भी अध्यक्ष ही करते हैं.
प्रोसेसर के द्वारा रिजल्ट संबंधित सारा काम करवाया जाता है. पैसे का लेन-देन प्रोसेसर कोड से करता है. चूंकि सारी प्रक्रिया गुप्त होती है, इस कारण प्रोसेसर कोड से ही पैसे चेक के रूप में लेता है. इसकी जानकारी केवल अध्यक्ष के पास होती है कि कौन प्रोसेसर रिजल्ट तैयार कर रहा है.
नागेश्वर प्रसाद शर्मा, पूर्व अध्यक्ष, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति

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