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बिहार : बाढ़ को लेकर राज्य के छह जिले अति संवेदनशील घोषित
तैयारी. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान तैनात पटना : जल संसाधन विभाग ने बाढ़ की संभावना को ले कर सूबे के छह जिलों के 12 स्थलों को अति संवेदनशील घोषित कर दिया है. विभाग ने गुरुवार से ही 12 स्थलों पर बाढ़ नियंत्रण के छह विशेषज्ञों को तैनात कर दिया है. संवेदनशील स्थलों पर तैनात […]
तैयारी. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान तैनात
पटना : जल संसाधन विभाग ने बाढ़ की संभावना को ले कर सूबे के छह जिलों के 12 स्थलों को अति संवेदनशील घोषित कर दिया है. विभाग ने गुरुवार से ही 12 स्थलों पर बाढ़ नियंत्रण के छह विशेषज्ञों को तैनात कर दिया है.
संवेदनशील स्थलों पर तैनात किये गये छहों पदाधिकारियों को बाढ़ नियंत्रण के साधनों से लैस किया गया है. संवेदनशील स्थलों पर तैनात किये गये सभी आधिकारियों को सेटेलाइट इमेजरी मुहैया करायी गयी है. इसके मार्फत उन्हें हर दिन मुख्यालय को संवेदनशील स्थलों के तटबंधों, वर्षापात, नदियों के जल ग्रहण क्षेत्रों में हुए वर्षापात और वर्षा पूर्वानुमान की रिपोर्ट देने को कहा गया है. छहों पदाधिकारी बाढ़ संघर्षात्मक कार्य में कभी भी किसी भी पदाधिकारी या इंजीनियर की सेवा ले सकेंगे. जल संसाधन विभाग ने बाढ़-बरसात अवधि तक सभी पदाधिकारी व अभियंताओं को रहने-ठहरने व भोजन आदि का प्रबंध भी कर दिया है.
रेल लाइनों की सुरक्षा करेगा वन विभाग : उत्तर बिहार पांच जिलों की रेल-लाइनों के आस-पास की वन-भूमि और रेल लाइन के आस-पास की जमीन की सुरक्षा अब वन विभाग करेगा. बाढ़-बरसात में पांचों जिलों में रेल लाइन कटाव और जल-जमाव झेलने को विवश रहता है. प्राय: हर वर्ष बाढ़ के पीरियड में उत्तर बिहार के पांच जिलों में रेल सेवाएं बाधित रहती हैं.
वन विभाग रेलवे का इस संकट से मुक्ति दिलाने को आगे आया है. पांचों जिलों में वन विभाग रेलवे-लाइन के किनारे 29.80 लाख पौधें लगवायेगा. रेल-लाइनों के किनारे वर्षाकालीन वृक्षारोपण योजना के तहत विभाग पौधा-रोपण करायेगा. पौधा रोपण पर वन विभाग 1.19 करोड़ रुपये खर्च करेगा. वन विभाग चूंकि अपनी जमीन पर पौधें लगवायेगा, इसलिए वह रेलवे से पौधा-रोपण के लिए कोई राशि नहीं लेगा. पांचों जिलों में 29.80 लाख पौधें लगाने का काम वन-पर्यावरण विभाग चार वर्षों में पूरा करेगा.
मानसून आने के पूर्व आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ पूर्व तैयारी को अंतिम रूप दिया गया है. बाढ़ से बचाव के लिए पटना समेत राज्य के दस अतिबाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों को तैनात कर दिया गया है. सभी जिलों को राहत और बचाव के लिए धन उपलब्ध करा दिया गया है. अब तक जिलों को 40.75 करोड़ रुपये उपलब्ध करा दिया गया है.
बाढ़ से बचाव के लिए अब तक 544 कर्मी और पदाधिकारी तैनात किये जा चुके हैं. ऐसे कर्मियों और पदाधिकािरयों को एनडीआरएफ द्वारा लगातार प्रशक्षिण दिया जा रहा है. राज्य स्तर पर सूचना के लिए 0612 2217305, 2215301, 2217302, 2217303, 2217304, 2217305 पर संपर्क किया जा सकता है.
जहां एनडीआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है
पटना : पटना जिले के मसौढ़ी, पुनपुन समेत दक्षिण पटना के कद्र प्रखंडों में हरसाल बाढ़ की परेशानी का सामना करना पड़ता है. राहत और बचाव के लिए यहां एककंपनी एनडीआरएफ के एक टीम को काे अभी से ही तैनात कर दिया गया है. यहां बाढ़ से संबधित किसी प्रकार की आपदा से बचाव के लिए एडीएम आपदा से 9431470277 और 9431800675 पर संपर्क किया जा सकता है. पटना को राहत और बचाव के लिए 1.3 करोड़ रुपये दिया गया है.
दरभंगा : दरभंगा जिले के सभी प्रखंड अति बाढ़ प्रवण जिलों की सूची में शामिल है. राहत और बचाव के लिए यहां भी एक एनडीआरएफ की टीम को तैनात किया गया है. राहत और बचाव के लिए आपदा के अधिकारी 943709633 पर संपर्क किया जा सकता है.
गोपालगंज: गोपालगंज के कई प्रखंड बाढ़ के चपेट में आता है. यहां एनडीआरएफ की टीम को अभी से ही तैनात किया गया है. जिले को राहत और बचाव के लिए 95 लाख रुपये आवंटित किया गया है. आपदा की स्थिति में 9473191279 पर संपर्क करें.
मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर के कई प्रखंडों में बाढ़ की परेशानी सबसे अधिक अवधि तक रहता है. राहत और बचाव के लिए हां एनडीआरएफ की एक टीम और राहत मद के लिए 2.17 करोड़ रुपये दिया गया है. अापदा की स्थिति में 9471456619 पर संपर्क किया जायेगा.
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