Facebook, फर्जी दोस्ती, अपहरण और 11 लाख फिरौती की अनोखी कहानी, पढ़ें
पटना / समस्तीपुर : बिहार में सोशल मीडिया साइट्स के जरिये प्यार और उसके साइड इफेक्ट का एक अनोखा मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक फेसबुक के जरिये पहले दोस्ती और उसके बाद प्यार का दावा. फिर फर्जी एकाउंट खोलकर अपने आपको उसमें लड़की बताना. जब सामने वाला इस आभासी दुनिया के चक्कर में […]
पटना / समस्तीपुर : बिहार में सोशल मीडिया साइट्स के जरिये प्यार और उसके साइड इफेक्ट का एक अनोखा मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक फेसबुक के जरिये पहले दोस्ती और उसके बाद प्यार का दावा. फिर फर्जी एकाउंट खोलकर अपने आपको उसमें लड़की बताना. जब सामने वाला इस आभासी दुनिया के चक्कर में पूरी तरह फंस गया तो, एक दिन उसे बुलाकर उसका अपहरण कर लेना. अपहरण के बाद बकायदा 11 लाख की फिरौती की मांग. मामले का खुलासा तब हुआ, जब पुलिस ने छापेमारी करपीड़ितछात्र को बरामद कर लिया.
फेसबुक के माध्यम से रची अपहरण की साजिश
मामला समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय का है. वहीं के रघुबरपुर के रहने वाले गिरधर मिश्र के पुत्र मनीष कुमारमिश्र की दोस्ती फेसबुक पर फर्जी नाम वाली लड़की स्नेहा से हुई. दोनों ने चैटिंग के माध्यम से बातचीत की. 10 जून को फर्जी फ्रेंड स्नेहा ने मनीष कुमार मिश्रा को बरौनी स्टेशन पर बुलाया. उसके बाद मनीष अगवा हो गया. अपहरण के बाद आरोपियों ने मनीष के परिजनों को फोन कर 11 लाख रुपये की फिरौती मांगी. परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना दी.अबबेगूसराय पुलिस ने छापेमारी कर मनीष को बेगूसराय के केशावे गांव से बरामद कर लिया.
क्या था पूरा मामला ?
मनीष को जब 10 जून को फोन कर फर्जी फ्रेंड ने उसे स्टेशन पर बुलाया, तब वहां पहले से मौजूद महेश सिंह, राहुल कुमार, केशव कुमार और प्रफुल्ल कुमार ने मनीष का अपहरण कर लिया और उसे लेकर बेगूसराय पहुंच गये. बाद में पुलिस ने छापेमारी कर चारों को गिरफ्तार कर लिया. इसमें से एक आरोपी राहुल कुमार पहले भी एक बच्चे का अपहरण कर उसकी हत्या कर चुका है. आरोपियों ने मनीष को केशावे गांव में रखा था. फिरौती की राशि उलाव हवाई अड्डे पर पहुंचाने की बात तय हुई थी. तब तक पुलिस ने उनके प्लान पर पानी फेर दिया. पुलिस ने सभी आरोपियों को समस्तीपुर पुलिस को सौंप दिया है.