पटना : बिहारकेपटना में कुख्यात अपराधी शंभू शर्मा ने शनिवार को एसएसपी मनु महाराज के समक्ष सरेंडर कर दिया. इसके बाद बुद्धा कॉलोनी व शास्त्रीनगर थाने में उसके खिलाफ दर्ज रंगदारी के मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस नेउसे जेल भेज दिया. पुलिस ने चार मई को लखनऊ से उसके सहयोगी मंटू शर्मा को पकड़ा था और शंभू को खोज रही थी. यह जमानत पर रिहा होकर फरार हो गया था और दिल्ली में रह रहा था.
शंभू ने दिल्ली से ही एसएसपी मनु महाराज से फोन पर संपर्क किया और सरेंडर करने की इच्छा जाहिर की. एसएसपी ने उसे विश्वास दिलाया कि सरेंडर करने पर उनके पक्ष को भी पूरी तरह से सुना जायेगा. एसएसपी के समझाने के बाद शंभू शनिवार को उनके गांधी मैदान स्थित कार्यालय में पहुंचा और सरेंडर कर दिया. जहां पुलिस हिरासत में उसने कहा कि उसके नाम पर कई अन्य अपराधी गिरोह रंगदारी की घटना को अंजाम देकर उन लोगों को फंसा रहे है. जबकि उन लोगों का कोई हाथ नहीं है. उसने कहा कि एसएसपी द्वारा चलाये जा रहे ऑपरेशन विश्वास पर विश्वास करके उसने सरेंडर किया है, ताकि उसके साथ न्याय हो सके.
शंभू ने स्वीकारा-सीपीडब्ल्यूडी के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से करता था टेंडर मैनेज
पूछताछ के दौरान ही शंभू ने इस बात को स्वीकार कर लिया कि सीपीडब्ल्यूडी के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से ही वह टेंडर मैनेज करता था और उसे किसी भी बात की सूचना तुरंत ही मिल जाती थी. इसके बाद वह अग्रतर कार्रवाई करता है. इस एवज में वह सूचना देने वालों को कमीशन भी देता था.
रंगदारी वसूल शंभू-मंटू से अर्जित की है करोड़ों की संपत्ति
पकड़े गये शंभू-मंटू शर्मा ने अपराध की दुनिया में रह कर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है. इसने मुजफ्फरपुर, देहरादून, लखनऊ व देश के अन्य जगहों में फ्लैट व जमीन खरीद रखी है. हालांकि पुलिस हिरासत में शंभू ने संपत्ति होने की बात से इनकार किया है. सरेंडर करने के बाद अब शंभू हो सकता है कि राजनीति में अपना कदम रखे.