देश में शिक्षा मंत्रालय नहीं होना दुर्भाग्य : मनीष सिसोदिया

दिल्ली के डिप्टी सीएम पहुंचे पटना, कहा पटना : दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया बिहार में हाल की शिक्षा व्यवस्था पर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा सदैव कौतूहल बना रहा. एक तरफ नालंदा व विक्रमशिला विश्वविद्यालय मॉडल थे, वहीं आज बच्चा राय मॉडल शिक्षा व्यवस्था है. ऐसे बच्चा राय देश के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2016 5:55 AM
दिल्ली के डिप्टी सीएम पहुंचे पटना, कहा
पटना : दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया बिहार में हाल की शिक्षा व्यवस्था पर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा सदैव कौतूहल बना रहा. एक तरफ नालंदा व विक्रमशिला विश्वविद्यालय मॉडल थे, वहीं आज बच्चा राय मॉडल शिक्षा व्यवस्था है. ऐसे बच्चा राय देश के सभी राज्यों में पाये जाते हैं. देश का दुर्भाग्य है कि अब तक यहां शिक्षा मंत्रालय नहीं है. शिक्षा को मानव संसाधन विकास से जोड़ा गया है. देश में शिक्षा नहीं मानव संसाधन की बात की जा रही है.
वे महाराजा कॉम्प्लेक्स स्थित टेक्नो हेराल्ड में वर्तमान परिवेश में स्कूली शिक्षा की चुनौतियां व समाधान विषय पर आयोजित सेमिनार में भाग लेने पटना पहुंचे थे. कार्यक्रम का आयोजन रिवर वैली स्कूल ने किया था. उन्होंने कहा कि दिल्ली में केवल बेहतर शिक्षा हो जाये, देश में अन्य जगहों पर नहीं, तो ठीक नहीं है.
एक तरफ बच्चा राय मॉडल शिक्षा से, तो दूसरी तरफ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री द्वारा आइटीआइ में संस्कृत पढ़ाने की बात. पूर्व शिक्षामंत्री कपिल सिब्बल दिल्ली में शिक्षा माफियाओं की तरफ से मुकदमा लड़ते हैं. सबसे अधिक निरीह स्थिति में नौवीं कक्षा में पढ़ाने वाले शिक्षक होते हैं. सेमिनार में डी वाई पाटिल स्कूल के निदेशक सीबी सिंह, डाॅ अरुण कुमार, प्राचार्य आर बी सिंह ने अपने-अपने विचार रखे.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि आर्यभट ने शून्य दिया, लेकिन इसका उपयोग हम नहीं कर सके, जबकि दूसरे देशों ने उसका उपयोग किया. नयी पीढ़ी को शिक्षा के संकट से नहीं निकाला गया तो भयावह होगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को पढ़ाने के सिवा किसी दूसरे काम में लगाने पर रोक लगा दी गयी है. अन्य काम के लिए स्कूलों में स्टेट मैनेजर की नियुक्ति की जा रही है.

Next Article

Exit mobile version