नगर निगम को 24 लाख की लगी चपत
मौर्यालोक में तीन दुकानों के आवंटन में गड़बड़ी पटना : मौर्यालोक परिसर स्थित मौर्याटावर में कैफे व रेस्तरां के लिए आवंटित तीन दुकानों में गड़बड़ी का खुलासा हुआ है. आवंटित एरिया अधिक है, जबकि कागज पर कम दर्ज किया गया है. इस कारण निगम को 24 लाख की क्षति हो रही है. इतना ही नहीं, […]
मौर्यालोक में तीन दुकानों के आवंटन में गड़बड़ी
पटना : मौर्यालोक परिसर स्थित मौर्याटावर में कैफे व रेस्तरां के लिए आवंटित तीन दुकानों में गड़बड़ी का खुलासा हुआ है. आवंटित एरिया अधिक है, जबकि कागज पर कम दर्ज किया गया है.
इस कारण निगम को 24 लाख की क्षति हो रही है. इतना ही नहीं, आवंटी ने कैफे व रेस्टोरेंट खोलने के बदले बिहार अरबन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रा. लि (बुडको) को किराये पर लगा दिया. यह स्थिति तब है, जब निगम मुख्यालय से दो कदम की दूरी पर मौर्या टावर है. इस खेल में निगम की भू-संपदा शाखा की भूमिका है. आवंटन के आठ साल बाद भी न करारनामा हुआ और न निगम से एनओसी लिया.
कागज पर कम एरिया
निगम की भू-संपदा शाखा के कर्मचारियों ने मौर्या टावर के दुकान नंबर 2/205 को कैफे के लिए आवंटित किया. दुकान का वास्तविक एरिया 1571 वर्ग फीट है, जबकि कागज पर आवंटन 1355.76 वर्ग फीट दिखाया गया. इतना ही नहीं, दुकान नंबर 2/204 का वास्तविक एरिया 1550 वर्ग फीट है, जबकि आवंटन 1334.24 वर्ग फीट है.
दुकान नंबर 2/202 का आवंटन रेस्टोरेंट के लिए किया गया. दुकान का एरिया 2345.68 वर्ग फीट है, जबकि आवंटन 1844.02 वर्ग फीट है. इसमें दुकान नंबर एक व दो का आवंटन 2951 रुपये प्रति वर्ग फीट और दुकान नंबर तीन का आवंटन 2316 रुपये प्रति वर्ग फीट की दर से किया गया. इस तरह 24.33 लाख रुपये की क्षति निगम को हुई है.