पटना : बिहारमें आरा की रहनेवाली लेडी डॉन गीता देवी अपने बेटे व गिरोह के अन्य सदस्यों के माध्यम से पटना, हाजीपुर, बेगूसराय, भागलपुर में छिनतई का धंधा करवाती थी. इसका खुलासा उस समय हुआ, जब लेडी डॉन गीता देवी व उसके बेटे मिठु पांडेय के साथ गिरोह के सदस्य गोविंद पांडेय, मुकेश तिवारी, गुड्डु तिवारी व राजू तिवारी पकड़े गये. गिरोह के अन्य गिरफ्तार सदस्य भी आरा के ही रहनेवाले है. ये लोग अब तक पटना में कई लूट की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं.
इन लोगों के पास दो लाख रुपये मूल्य के जेवरात व तीन बाइकें बरामद की गयी हैं. खास बात यह है कि इस गिरोह के शातिर अपराधी बैंक से ही लोगों के पीछे लग जाते थे और हाथ में रहे बैग या गले से चेन झपट्टा मार कर फरार हो जाते थे.
महिला के खाते में मिले एक करोड़ रुपये
लगातार पटना में हाे रही घटनाओं के बाद पुलिस ने कई जगहों के सीसीटीवी कैमरों के वीडियो फुटेज को नि काला. इसके आधार पर पुलिस ने लेडी डॉन के पुत्र मिठु को पकड़ा. इसके बाद गोविंद व अन्य को गिरफ्तार किया गया. इन दोनों की निशानदेही पर आरा में छापेमारी की गयी और फिर महिला समेत अन्य तीनों को पकड़ लिया गया. लेडी डॉन के पति की मृत्यु हो चुकी है और वह अपने बेटे की मदद से इस गोरखधंधे को संचालित कर रही थी.
पुलिस उस समय चौंक गयी, जब उसके घर से बरामद एकाउंट के दस्तावेज में एक करोड़ से अधिक रुपये
को जमा पाया. पुलिस ने बैंक प्रशासन से खाते को फ्रीज करने का भी अनुरोध किया है. पुलिस को इस बात की जानकारी मिली थी कि गिरोह भागलपुर में भी सक्रिय है और इसके बाद एक टीम गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए भागलपुर निकल गयी है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है. महिला ही पूरे गिरोह को संचालित करती थी.
हाल ही में उड़ा ये थे दो लाख
अभी हाल में ही इन लोगों ने सचिवालय थाना क्षेत्र में सिंचाई भवन के समीप रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी आनंद कुंवर का दो लाख रुपये से भरा बैग छीन लिया था. जानकारी के अनुसार ये अपराधी बैंक से ही आनंद कुंवर के पीछे लगे थे और मौका देख कर घटना को अंजाम दिया और आसानी से निकल भागे.