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अब एम्स में भी सर्जरी से कम होगा मोटापा
गुड न्यूज : तीन माह में शुरू होगी सुविधा, तैयारी अंतिम चारण में, फिलहाल मोटापा कम करने को चल रहा है सेंटर आनंद तिवारी पटना : आप मोटापा से परेशान हैं, तो चिंता न करें. अब इसका भी इलाज आ गया है. पटना एम्स में जल्द ही बेरियाट्रिक सर्जरी से मोटापे को कम किया जायेगा. […]
गुड न्यूज : तीन माह में शुरू होगी सुविधा, तैयारी अंतिम चारण में, फिलहाल मोटापा कम करने को चल रहा है सेंटर
आनंद तिवारी
पटना : आप मोटापा से परेशान हैं, तो चिंता न करें. अब इसका भी इलाज आ गया है. पटना एम्स में जल्द ही बेरियाट्रिक सर्जरी से मोटापे को कम किया जायेगा. इसके लिए तैयारी अंतिम चरण में है. ऑपरेशन से 80 प्रतिशत तक मोटापा कम हो सकता है. अस्पताल के पीएमआर विभाग के अंतर्गत यह सेंटर पिछले माह ही शुरू किया गया है. इसमें लोगों की जांच करने के बाद उसके शरीर का मोटापा कम किया जाता है. अब अस्पताल सर्जरी की सुविधा शुरू करने जा रही है.
यह सुविधा शुरू होने से पहले यहां के सर्जन को मोटापे का ऑपरेशन (बेरियाट्रिक सर्जरी) की ट्रेनिंग दिलायी जायेगी. यह सुविधा अगले तीन माह में शुरू हो जायेगी. ऐसे में मोटापा पीड़ित मरीजों को ऑपरेशन के लिए लखनऊ, दिल्ली या फिर मुंबई नहीं जाना पड़ेगा. प्राइवेट अस्पताल में सर्जरी कराने पर करीब एक लाख रुपये खर्च पड़ता है, लेकिन एम्स में इसका चार्ज कम होगा. एम्स पीएमआर विभाग के एचओडी डॉ संजय पांडे ने बताया कि पहले एक्सरसाइज, योग या फिर जीवन शैली में बदलाव से ही मोटापा ठीक करनेे का प्रयास होगा. इन उपायों से फायदा नहीं होने पर बेरियाट्रिक सर्जरी का इस्तेमाल किया जायेगा. दरअसल आधुनिक जीवन शैली में बढ़ता जंक फूड, कंप्यूटर कल्चर से लोगों के लाइफ स्टाइल में बदलाव आ गया है.
यही वजह है कि बच्चों के साथ बड़े व बुजुर्ग लोगों का मोटापा बढ़ रहा है और यह बढ़ता मोटापा कई बीमारियों का कारण बनता जा रहा है. इसी को देखते हुए पटना एम्स ने मोटापा कम करने और उसे नियंत्रित करने के लिए मोटापा एवं जीवन शैली परिवर्तन नाम से एक अलग सेंटर खोला है.
क्या है बेरियाट्रिक सर्जरी
बेरियाट्रिक सर्जरी दूरबीन द्वारा पेट में चार से पांच सुराख करके की जाती है. इससे अमाशय को छोटा कर उसके 80 प्रतिशत हिस्से को अलग कर दिया जाता है. इससे ऐसे हार्मोन्स का बनना खत्म हो जाता है, जो मस्तिष्क को भूख लगने और मीठा खाने को प्रेरित करते हैं. इस सर्जरी से व्यक्ति का 80 प्रतिशत मोटापा कम हो जाता है. सर्जरी में पेट और अमाशय का 80 फीसदी हिस्सा काट दिया जाता है. इससे मोटापा से पीड़ित मरीज के पेट का आकार ट्यूब (पाइप) के जैसा हो जाता है.
क्या कहते हैं अधिकारी
मोटापा कम करने के लिए अलग से एक सेंटर खोला गया है, जहां बिना सर्जरी के मोटापा कम किया जाता है. वहीं अगर बीमारी अधिक है, तो इसके लिए बेरियाट्रिक सर्जरी करानी पड़ती है. पटना एम्स में इस सर्जरी को शुरू करने की योजना बनायी गयी है.
– डॉ संजय पांडे, विभागाध्यक्ष, पीएमआर विभाग
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