संवाददाता, पटना ग्रामीण इलाकों और छोटी सड़कों पर ओवरस्पीड एवं ओवरटेक करने वाले चालकों पर सख्ती से फाइन करने के लिए 82 इंटरसेप्टर वाहन की खरीद होगी. सड़क सुरक्षा के तहत पूर्व में 23 इंटरसेप्टर वाहन खरीदे जा चुके हैं, जो शहर के चौक-चौराहे पर यातायात नियमों को तोड़ने वालों पर ऑनलाइन फाइन कर रहे हैं. अब ग्रामीण इलाकों में भी इन्हीं वाहनों की मदद से वाहन चालकों पर जुर्माना लगाया जायेगा. वाहन खरीद में 40 से अधिक बाइक होंगी . इसको लेकर परिवहन विभाग ने तैयारी कर ली है. जल्द ही खरीद की प्रक्रिया शुरू होगी. ग्रामीण इलाकों और छोटी सड़कों पर अब भी नहीं लगे हैं कैमरे : शहरों में यातायात नियम तोड़ने वालों पर जुर्माना करने वालों पर कार्रवाई करने के लिए जगह-जगह पर कैमरे लगे हैं, लेकिन ग्रामीण इलाकों और छोटी सड़कों पर कैमरे नहीं लगाये गये हैं. इस कारण से ओवरस्पीड व ओवरटेक सहित अन्य नियमों को तोड़ने वालों पर जुर्माना करने में मुश्किल होती है, लेकिन इंटरसेप्टर बाइक छोटी से छोटी हर गली में पहुंच कर चालान काटेगी. ऐसे काम करता है इंटरसेप्टर वाहन इंटरसेप्टर वाहन में वैन और बाइक दोनों होती हैं, जिसमें अत्याधुनिक कैमरे लगे होते हैं. यह उन जगहों पर खड़ी की जाती हैं, जहां लोग नियम का पालन नहीं करते हैं और तीन सवारी,बिना सीट बेल्ट, तेज रफ्तार,बिना हेलमेट या नशे में गाड़ी चलाते हैं, इन सभी मामले में कैमरा कैच करता है और उसके बाद तुरंत वाहन मालिकों के नाम पर चालान जेनेरेट करने के लिए कंट्रोल रूम को मैसेज करता है और जुर्माना की राशि वाहन मालिक के मोबाइल पर पहुंच जाती है. बाइक में भी कैमरा पीछे की ओर लगा होता है, जो चारों ओर घूमता रहता है. यातायात नियम तोड़ने पर यहां से भी चालान के लिए कंट्रोल रूम को मैसेज भेजा जाता है.साथ ही, शराब के नशे में लोगों की पड़ताल में इसके कर्मी काम करते हैं. उनके पास ब्रेथ एनालाइजर होती है.
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