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यूपी ड्रग्स की चपेट में, बिहार रहे सावधान : डीजीपी
पटना : नशीले पदार्थ के दुरुपयोग एवं अवैध व्यापार के खिलाफ 26 जून को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय एंटी ड्रग्स दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर शहर के बीएमपी-5 में आयोजित विशेष समारोह में डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा कि ड्रग्स के खिलाफ जागरूकता और सजगता ही एकमात्र बचाव है. देश के कई राज्यों […]
पटना : नशीले पदार्थ के दुरुपयोग एवं अवैध व्यापार के खिलाफ 26 जून को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय एंटी ड्रग्स दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर शहर के बीएमपी-5 में आयोजित विशेष समारोह में डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा कि ड्रग्स के खिलाफ जागरूकता और सजगता ही एकमात्र बचाव है.
देश के कई राज्यों की हालत ड्रग्स के मामले में काफी खराब होती जा रही है. यहां की युवा पीढ़ी तेजी से इसकी गिरफ्त में आ रही है. पंजाब की हालत इसमें सबसे ज्यादा खराब है. वह देश में ड्रग्स के अवैध व्यापार और उपयोग के मामले में पहले नंबर पर है. इसके
बाद राजस्थान और यूपी का नंबर आता है. पड़ोसी राज्य यूपी तक ड्रग्स ने अपने पैर पसार लिये हैं. ऐसे में बिहार को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. यहां के लोगों खासकर युवाओं को ड्रग्स के दुष्प्रभावों के प्रति सचेत करना होगा. इसके लिए पुलिस महकमे ने भी व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान और कई कार्यक्रमों की शुरुआत की है.
डीजीपी ने कहा कि राज्य में पांच अप्रैल से पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद एनडीपीएस एक्ट के तहत काफी बड़े स्तर पर कार्रवाई हुई है. पूर्व शराबबंदी के लिए गठित विशेष कानून के तहत डेढ़ महीने से ज्यादा समय में 27 हजार से ज्यादा छापेमारी हो चुकी है, जिनमें 2800 एफआइआर दर्ज की जा चुकी है, परंतु शराबबंदी लागू होने के बाद ड्रग्स का व्यापार काफी बढ़ा है, जो पुलिस के लिए काफी बड़ी चुनौती है.
उन्होंने कहा कि पुलिस इस तरह के मामलों पर पूरी सजगता के साथ कार्रवाई कर रही है, लेकिन आम लोगों के सहयोग की भी काफी जरूरत है. ड्रग्स से किसी व्यक्ति विशेष को ही नहीं पूरे समाज को क्षति होती है. डीजीपी ने बच्चों और युवाओं से आह्वान किया कि स्कूल या कॉलेज के सामने अगर कोई ड्रग्स बेचता पाया जाता है, तो इसकी सूचना गुप्त तरीक से तुरंत पुलिस को दें, तुरंत कार्रवाई होगी.
आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में बिहार पुलिस के कर्मियों के बच्चों के लिए एक स्लोगन और पेंटिंग प्रतियोगिता भी करवायी गयी. इसमें क्लास 6 से 12 तक के 10 स्कूलों के करीब 140 बच्चों ने हिस्सा लिया. इनके विजेताओं को डीजीपी ने सम्मानित किया. इस मौके पर एडीजी (मुख्यालय) सुनिल कुमार, आइजी (इओयू) जितेन्द्र सिंह गंगवार, आइजी (रेल) अमित कुमार, डीआइजी शालिन, एसपी शंकर झा, कमांडेंट सुनील कुमार, एएसपी सुशील कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.
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