सौतेले बाप ने पांच साल की मासूम बेटी से किया दुष्कर्म, फिर गला दबा कर की हत्या
पटना : कदमकुआं थाना क्षेत्र के लोहा गली में सौतेले बाप द्वारा पांच साल की मासूम बेटी के साथ दुष्कर्म किया गया और फिर गला दबा कर हत्या कर दी गयी. घटना के समय उसकी मां घर में नहीं थी. वह दायी का काम करती है और अहले सुबह दूसरे के घर खाना बनाने निकली […]
पटना : कदमकुआं थाना क्षेत्र के लोहा गली में सौतेले बाप द्वारा पांच साल की मासूम बेटी के साथ दुष्कर्म किया गया और फिर गला दबा कर हत्या कर दी गयी. घटना के समय उसकी मां घर में नहीं थी.
वह दायी का काम करती है और अहले सुबह दूसरे के घर खाना बनाने निकली थी. जब वह लौटी तो बिस्तर पर बेटी की लाश पड़ी थी. उसके प्राइवेट पार्ट से ब्लड निकला हुआ था और गला कसा हुआ था. इस भयावह दृश्य देख कर मां चीख उठी. आसपास के लोग इकट्ठा हुए, वहां घटना के बाद उसका सौतेला बाप फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
दरअसल हाजीपुर की रहनेवाली आरती (30 वर्ष) 10 साल पहले रवि कुमार नाम के युवक से शादी की थी. शादी के बाद दोनों पटना आये और लोहा गली में जवाहर सिन्हा के मकान में रहने लगे थे.
इसके बाद आरती ने बेटी को जन्म दिया था. दो साल पहले संदिग्ध हालत में रवि कुमार की मौत हो गयी. अनिता का कहना है कि मौत बीमारी से हुई थी, लेकिन मुहल्ले वालों की मानें तो फांसी लगाने से रवि कुमार की मौत हुई थी. इसके बाद करीब दो साल पहले अनिता ने दूसरी शादी कर ली. पटना सिटी के बंका घाट गुलमहिया बाजार का रहनेवाला चंदन कुमार से उसकी शादी हुई, तब से अनिता, उसकी पांच साल की बेटी और चंदन उसी मकान में रहते थे.
सुबह निकली थी काम पर, लौटी तो बिस्तर पर मिली बेटी की लाश
अनिता रोज की तरह मुहल्ले में दूसरे के घर खाना बनाने गयी थी. वह सुबह पांच बजे निकली और 8.45 बजे वापस आयी. जब कमरे में पहुंची तो बेटी बिस्तर पर पड़ी थी. उसे लगा कि वह सो रही है.
वह उसे जगाने पहुंची. उसने जब चादर हटायी, तो सन्न रह गयी. बेटी का पूरा कपड़ा खून से सना हुआ था. प्राइवेट पार्ट से खून निकला हुआ था, उसके गले पर दबाव के निशान थे. इस पर वह चिल्लाने लगी. उसने पुलिस को बताया कि उसके पति ने बेटी की रेप के बाद हत्या कर दिया है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. आरोपित चंदन के खिलाफ मामला दर्ज हो गया है. उसकी तलाश की जा रही है.
शाम को लायी थी किताब-पेंसिल सुबह दुनिया ही उजड़ गयी
अनिता को चंदन के साथ रहते धीरे-धीरे दो साल हो गये थे. तीनों बहुत अच्छे से रहते थे. बकौल अनिता चंदन उसकी बेटी को बहुत मानता था. उसकी बेटी का मुहल्ले के ही स्कूल में नर्सरी में एडमिशन हुआ था.
शनिवार की शाम को अनिता उसे पढ़ने के लिए किताब और पेंसिल लायी थी. अनिता के मुताबिक चंदन का व्यवहार कभी उसकी बेटी के प्रति खराब नहीं दिखा, लेकिन अहले सुबह उसके मन में पाप कैसे आया, यह सोच कर वह बेहोश हो रही थी.
अपनी फूल सी बेटी का चेहरा याद कर वह हाथ पांव पटकती रही. कल शाम तब सबकुछ ठीक रहा, लेकिन सुबह दुनिया ही उजड़ गयी. जिस चंदन को उसने अपना दूसरा जीवन साथी बनाया था उसे अब पागलों की तरह तलाश रही है. उसका कहना है कि इस कृत्य के लिए वह उसे छोड़ेगी नहीं.