ऊंचाई से गुजरते बादलों में नमी कम, कैसे हो बारिश
बिहार में औसत से आठ % कम बारिश पटना : बिहार, यूपी व झारखंड को देखा जाये, तो इन राज्यों में औसत से कम बारिश हुई है. मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो पूरे बिहार के हिमालय के तराई क्षेत्र को छोड़ कर कहीं भी अब तक अच्छी बारिश नहीं हुई है. पहले फेज में […]
बिहार में औसत से आठ % कम बारिश
पटना : बिहार, यूपी व झारखंड को देखा जाये, तो इन राज्यों में औसत से कम बारिश हुई है. मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो पूरे बिहार के हिमालय के तराई क्षेत्र को छोड़ कर कहीं भी अब तक अच्छी बारिश नहीं हुई है.
पहले फेज में आठ प्रतिशत बारिश कम हुई है. बंगाल की ओर से चलने वाली हवा इतनी ऊंचाई से आगे बढ़ रही है कि वह कहीं ठहर नहीं रही है और इसमें नमी की भारी कमी है. बीच में कहीं लोकल सिस्टम नहीं बनने से भी बादल कहीं ठहर नहीं रहा है. ऐसे में इस बार बिहार में बारिश की औसत कम रहने की संभावना बढ़ गयी है.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक
हवा में जितनी नमी होगी उतनी
अच्छी बारिश होगी. क्योंकि जब
बादल बनते हैं, तो उसमें नमी रहती
है और वह जैसे-जैसे बादल आसमान के ऊपर जायेगा, नमी कम होगी और वह बारिश की बूंदों में बदल जायेगा. यह उस वक्त होता है, जब लो प्रेशर सिस्टम डेवलप हो जाये, लेकिन अभी जो चक्रवात बन रहा है वह मॉनसून का नहीं है.
पेड़ पौधों की कटाई से भी नहीं बन रहे बादल : पटना 3202 किलोमीटर में फैला हुआ है, जहां अब पेड़ खत्म हो गये हैं और अब सभी जगहों पर सिर्फ मकान बन रहे हैं. जब पेड़-पौधे खाना बनाते हैं, तो वाष्प छोड़ते हैं, जो हवा में घुल जाता है और वह भी बादलों का रूप ले लेते हैं. आज बादल बन रहे हैं, लेकिन उसमें नमी की कमी है और उस कमी को पेड़ पौधों से दूर किया जा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. आज उन्हीं जगहों पर अच्छी बारिश हो रही है, जहां जंगल है.