Result Scam : टॉपर्स के घर चिपके इश्तेहार, परिजनों के खिलाफ वारंट

पटना : इंटर रिजल्ट घोटाले में एक टॉपर तो अभी जेल में है, लेकिन तीन टॉपर फिलहाल फरार हैं. इनमें दो टॉपर वैशाली जिले के हैं और एक मुजफ्फरपुर का है. एसआइटी को इन तीनों टॉपरों के घर इश्तेहार चिपकाने की अनुमति गुरुवार को न्यायालय से मिली. इसके बाद पटना पुलिस की दो टीमें मुजफ्फरपुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 1, 2016 6:35 AM
पटना : इंटर रिजल्ट घोटाले में एक टॉपर तो अभी जेल में है, लेकिन तीन टॉपर फिलहाल फरार हैं. इनमें दो टॉपर वैशाली जिले के हैं और एक मुजफ्फरपुर का है. एसआइटी को इन तीनों टॉपरों के घर इश्तेहार चिपकाने की अनुमति गुरुवार को न्यायालय से मिली. इसके बाद पटना पुलिस की दो टीमें मुजफ्फरपुर व वैशाली पहुंचीं और तीनों टॉपरों के आवास पर इश्तेहार चिपकाये. अब जल्द ही उनके आवास की कुर्की-जब्ती भी की जायेगी. दूसरी ओर चारों टॉपरों के परिजन भी फरार हैं.
उन्हें नोटिस देकर पटना पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन कोई भी हाजिर नहीं हुआ. इसके बाद बुधवार को उन सभी टॉपरों के परिजन (माता-पिता) को पकड़ने के लिए वारंट की अर्जी दी गयी थी. गुरुवार को उन लोगों की भी गिरफ्तारी वारंट एसआइटी को मिल गयी है. इसके बाद एसआइटी की दो टीमें और बना दी गयी हैं और उन्हें पकड़ने के लिए उत्तरप्रदेश व बिहार में संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है, जबकि उनलोगों को पकड़ने के लिए दो टीमें पहले ही छापेमारी कर रही हैं. पटना पुलिस ने बिहार बोर्ड घोटाले के आरोपितों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति लेने के लिए शिक्षा विभाग को पत्र भेज दिया है.
विवेक का भी मिला गिरफ्तारी वारंट, की जायेगी कुर्की-जब्ती
पूर्व बोर्ड अध्यक्ष लालकेश्वर के दामाद विवेक को पकड़ने के लिए भी एसआइटी को कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट हासिल हो गया है. एसआइटी अब विवेक के आवास की कुर्की-जब्ती करेगी, क्योंकि गिरफ्तारी वारंट की अवधि खत्म होने के बाद एसआइटी इश्तेहार व कुर्की-जब्ती के लिए अनुरोध करेगी. घोटाले में अनुसंधान के दौरान और कई लोगों के नामों का भी खुलासा हो सकता है व उनकी भी गिरफ्तारी हो सकती है.
मूल्यांकन केंद्र से ही गायब हुई रूबी की होम साइंस की कॉपी
आर्ट्स टॉपर रही रूबी राय की होम साइंस की कॉपी मूल्यांकन केंद्र से ही गायब हो गयी थी. यह कॉपी बिहार बोर्ड कार्यालय तक पहुंची ही नहीं थी. बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने गुरुवार को बताया कि बोर्ड ने प्रारंभिक जांच के बाद एसआइटी को 20-25 दिन पहले ही इसकी सूचना दे दी गयी थी. एसआइटी मामले की जांच कर रही है. उसकी रिपोर्ट मिलते ही हम कार्रवाई को लेकर निर्णय लेंगे.
उन्होंने कहा कि 25 जून को जिस दिन रूबी राय बोर्ड में मेधा जांच के लिए पेश हुई, उस दिन होम साइंस छोड़ कर उसकी सारी विषयों की कॉपियां बोर्ड में रखी गयी थीं. गुरुवार को एसआइटी व बिहार बोर्ड के अधिकारियों ने कार्यालय में कॉपी की संभावित जगहों पर खोजबीन की, लेकिन नहीं मिली. एसआइटी ने बिहार बोर्ड से उस व्यक्ति का नाम मांगा है, जो इसके लिए जिम्मेवार था. जांच के दौरान उस व्यक्ति की तलाश की जा रही है.

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