किसको मिलेगी बिहार बीजेपी की कमान ? इसी महीने होगा तय
पटना : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को लेकर पिछले कई माह से चली आ रही ऊहापोह की जल्द ही समाप्त हो जायेगी. इस माह भाजपा को नया कप्तान मिल जायेगा. अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि पार्टी मौजूदा अध्यक्ष मंगल पांडेय को दूसरा कार्यकाल देगी या किसी नये चेहरे को मौका देगी. अध्यक्ष […]
पटना : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को लेकर पिछले कई माह से चली आ रही ऊहापोह की जल्द ही समाप्त हो जायेगी. इस माह भाजपा को नया कप्तान मिल जायेगा. अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि पार्टी मौजूदा अध्यक्ष मंगल पांडेय को दूसरा कार्यकाल देगी या किसी नये चेहरे को मौका देगी. अध्यक्ष पद के लिए आधा दर्जन लोगोें के नाम की चर्चा है. इधर, भाजपाध्यक्ष अमित शाह की टीम में भी कुछ बिहारी नेताओं को जगह मिल सकती है.
पार्टी के अंदर सियासत तेज
पिछले छह माह से प्रदेश अध्यक्ष को लेकर पार्टी के अंदरखाने की राजनीति गरमायी हुई है. पार्टी का संगठनात्मक चुनाव भी 15 दिनों में पूरा हो जाने की उम्मीद है. मई में बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव रायशुमारी के लिए भी आये थे लेकिन उसके बाद कोई बात आगे नहीं बढ़ी. पार्टी संविधान के अनुसार एक व्यक्ति दो बार लगातार अध्यक्ष रह सकता है. उस लिहाज से मंगल पांडेय को दूसरा कार्यकाल देने में कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है. भूपेंद्र यादव जब रायशुमारी के लिये आये तो उनसे 50 से अधिक लोग मिले थे. लेकिन, किसी ने नये अध्यक्ष को लिए नाम नहीं बताया.
वर्तमान अध्यक्ष भी दौड़ में शामिल
वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय को लेकर पार्टी में किसी तरह का विवाद भी नहीं है. अध्यक्ष को लेकर जिन नामों की चर्चा है उनमें गिरिराज सिंह, जनार्दन सिंह सिग्रिवाल, अश्विनी चौबे, सुधीर शर्मा आदि प्रमुख हैं. जल्द ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी फेरबदल होने की संभावना जतायी जा रही है. गुरुवार को प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रियों के कामकाज और उनकी उपलब्धियों की जानकारी ली.
केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी फेरबदल की चर्चा
बताया जा रहा है कि संभावित मंत्रिमंडल फेरबदल में यूपी चुनाव की छाया रहेगी. बिहार के कुछ लोगों को दूसरी जिम्मेवारी दी जा सकती है. बिहार से जिन दो लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने की संभावना जतायी जा रही है उनमें जनक चमार और अश्विनी चौबे के भी नाम हैं. मंत्रिमंडल में फेर बदल के बाद केंद्रीय संगठन का भी पुनर्गठन होना है. बिहार से नंदकिशोर यादव और प्रेम रंजन पटेल को केंद्रीय संगठन में जगह मिल सकती है.