पटना एम्स में तैयार हो रहे हैं ‘श्रवण कुमार’, फीस दीजिए और सेवा लीजिए

पटना : बीमारी के कारण घर का कोई सदस्य बेड पर है. कामकाजी होने की वजह से आप उनकी सही ढंग से देखभाल नहीं कर पा रहे हैं, तो चिंता की बात नहीं है. आपकी सुविधा के लिए पटना एम्स ने श्रवण कुमार की सुविधा दी है. इसके तहत युवाओं की एक टीम तैयार की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2016 8:01 AM
पटना : बीमारी के कारण घर का कोई सदस्य बेड पर है. कामकाजी होने की वजह से आप उनकी सही ढंग से देखभाल नहीं कर पा रहे हैं, तो चिंता की बात नहीं है. आपकी सुविधा के लिए पटना एम्स ने श्रवण कुमार की सुविधा दी है. इसके तहत युवाओं की एक टीम तैयार की जा रही है, जो जरूरतमंद बुजुर्गों की देखभाल करेंगे. इन युवाओं को पिछले दो माह से मेडिकल प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इनमें से कई युवा ट्रेनिंग पूरी कर चुके हैं, जिन्हें जरूरत पड़ने पर भेजा जायेगा.
क्यों और कब पड़ती है जरूरत
देखा जाये तो जिन बच्चों को माता-पिता पाल-पोस कर बड़ा करते हैं, वे बच्चे रोजी-रोटी की तलाश में दूसरे शहर या प्रदेश में चले जाते हैं और घर में अकेले बुजुर्ग माता-पिता रह जाते हैं. ऐसे लोग अपने माता-पिता की देखभाल नहीं कर पाते हैं. उन्हें इन प्रशिक्षित युवकों की सेवा की जरूरत पड़ती है. ऐसे में इन युवक-युवतियों को माता-पिता की देखभाल के लिए रख सकते हैं.
ऐसे ले सकते हैं श्रवण कुमार की सेवा
अगर आप श्रवण कुमार योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको एम्स अस्पताल के टेली मेडिसिन विभाग में आना होगा. विभाग के इंचार्ज डॉ अनिल कुमार को बनाया गया है. इंचार्ज से संपर्क कर आप श्रवण कुमार को ले सकते हैं. इसके लिए आपको पूरा पता, बीमारी और योजना लेने का कारण बताना होगा. इसके बाद श्रवण कुमार का एक सदस्य आपके हवाले दे दिया जायेगा. आप जब चाहे जितने दिनों तक उसे रख सकते हैं. इसके बदले 10 हजार रुपये प्रतिमाह श्रवण कुमार को देने होंगे.
35 लड़की-लड़कों को ट्रेनिंग
श्रवण कुमार योजना में युवा लड़के व लड़कियां दोनों को शामिल किया गया है. अगर बुजुर्ग महिला हैं या फिर बुजुर्ग पुरुष, दोनों इस योजना का लाभ ले सकते हैं. योजना में शामिल होने के लिए अब तक एम्स अस्पताल को 100 से अधिक आवेदन मिल चुके हैं. इनमें 35 लड़के-लड़कियों को शामिल किया गया है. इन युवाओं को ट्रेनिंग दी जा रही है. ट्रेनिंग मुफ्त में दी जा रही है. प्रशिक्षण खत्म होने के बाद इनका नंबर और पता पटना एम्स के पास रहेगा. ट्रेनिंग लेनेवाले युवाओं का चयन साक्षात्कार से किया जा रहा है, जिनकी योग्यता 10वीं पास है.
ऐसी ट्रेनिंग
बुजुर्ग को किस तरह की सेवा की जरूरत होती है
बीमार पड़ने पर इलाज कैसे और कहां कराना है
मरीजों को दवा कैसे देनी है
बुजुर्गों को बाथरूम कैसे ले जाना है
बीपी और शुगर की जांच कैसे करनी है
ये बोले
बुजुर्गों की सेवा भावना को देखते हुए श्रवण योजना शुरू की गयी है. हमारे यहां लगातार आवेदन आ रहे हैं. आवेदन में चयनित युवाओं को ट्रेनिंग दी जा रही है. इसमें युवक-युवती दोनों शामिल हैं. इनको पूरी तरह से मेडिकल ट्रेनिंग दी गयी है.
– डॉ गिरीश कुमार सिंह, डायरेक्टर, एम्स पटना

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