बिहार : प्रसूता ने एंबुलेंस में बच्ची को जन्म दिया

बख्तियारपुर: रविवार को प्रसव पीड़ा से कराहती प्रसूता ने अतिक्रमण के कारण भीषण जाम में फंसे एंबुलेंस में ही एक बच्ची को जन्म दे दिया. गनीमत है कि भीड़ भरे बाजार में फंसे एंबुलेंस में ही प्रसव के बाद भी जच्चा और बच्चा स्वस्थ हैं. इस सबंध में पीएचसी के एंबुलेंस चालक पप्पू कुमार ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 4, 2016 3:54 AM
बख्तियारपुर: रविवार को प्रसव पीड़ा से कराहती प्रसूता ने अतिक्रमण के कारण भीषण जाम में फंसे एंबुलेंस में ही एक बच्ची को जन्म दे दिया. गनीमत है कि भीड़ भरे बाजार में फंसे एंबुलेंस में ही प्रसव के बाद भी जच्चा और बच्चा स्वस्थ हैं. इस सबंध में पीएचसी के एंबुलेंस चालक पप्पू कुमार ने बताया कि नरौली से सिंटू दास की गर्भवती पत्नी को एंबुलेंस पर चढ़ा कर अस्पताल के लिए चला. थाना के समीप स्टेशन रोड में घुसते ही पोस्ट ऑफिस के समीप एंबुलेंस सड़क पर लगे फुटपाथी दुकान व ठेलों के कारण जाम में फंस गया.

उसने बताया कि हॉर्न बजाने के साथ ही दुकानदारों और ठेलावालों से रास्ता देने के लिए गुहार लगाता रहा, पर इसका उन सबों पर कोई असर नहीं हुआ. प्रसूता की हालत को देखते हुए आशा गायत्री देवी ने एंबुलेंस में ही प्रसव कराने का निर्णय लिया तथा दर्द से छटपटाती प्रसूता ने एंबुलेंस में ही एक बच्ची को जन्म दिया. प्रथम प्रसव रहने के बावजूद भी जच्चा और बच्चा स्वस्थ हैं. बच्ची के जन्म के बाद चालक ने मोबाइल से इसकी सूचना अस्पताल में तैनात गार्ड को दी. सूचना मिलते ही गार्ड वहां पहुंचा तथा किसी तरह फुटपाथी दुकानदारों व ठेलावालों को साइड कर एंबुलेंस को अस्पताल पहुंचाया. जहां जच्चे और बच्चे की चिकित्सा की गयी.
अतिक्रमणकारियों पर किसी का वश नहीं
बखितयारपुर के लिए लाइफ लाइन माने जानेवाला स्टेशन थाना रोड पूर्णत: फुटपाथी दुकानदारों व ठेला वेंडरों की गिरफ्त में है. इस रोड में अस्पताल, पोस्ट ऑफिस, बैंक, स्कूल व स्टेशन है, जहां रोज हजारों लोगों का आना–जाना लगा रहता है, पर इस रोड पर सब्जी, फल, चाय–पान व फुटपाथी किराना दुकान के अलावा सैकडों कि संख्या में ठेला लगे रहने के कारण वाहन का गुजरना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है. जाम के कारण एंबुलेंस में बच्चे को जन्म देना कोई नयी बात नहीं है. इसके पूर्व भी इस प्रकार की कई घटनाएं घट चुकी हैं.

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