उन्होंने ये बातें सीआरपीएफ मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंन्स में कहीं. प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद उन्हें विदाई दी गयी. बिहार-झारखंड में 10 महीने का कार्यकाल पूरा होने के बाद उनका तबादला हैदराबाद हो गया है.
सीआरपीएफ कैडर से एडीजी के पद तक पहुंचने वाले शैलेन्द्र कुमार पहले अधिकारी हैं. उन्होंने कहा िक सुरक्षा बलों के लगातार दबाव के कारण नक्सली ट्रेनिंग कैंप और उनकी भरती अभियान पूरी तरह से बंद है. नक्सलियों को जड़ से उखाड़ फेंकने में झारखंड का भी काफी अहम सहयोग है. उन्होंने कहा कि नये लड़के अब नक्सलियों के बहकावे में नहीं आ रहे हैं और न ही उनके बहकावे में फंस रहे हैं.इस मौके पर डीआइजी नीरज कुमार, कमांडेंट करुणा राय समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.