हर 15 मिनट पर लेंगे संप हाउस की अपडेट जानकारी

पटना : जैसे ही शहर में बारिश शुरू होगी कि नगर आयुक्त अभिषेक सिंह हर 15 मिनट पर संप हाउसों का अपडेट लेंगेे. किसी भी सूरत में संप हाउस को रोका नहीं जायेगा. आयुक्त संप हाउस की फोटो और वीडियो के माध्यम से देखा जायेगा कि संप चल रहे हैं कि नहीं. नगर आयुक्त ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 7, 2016 7:29 AM
पटना : जैसे ही शहर में बारिश शुरू होगी कि नगर आयुक्त अभिषेक सिंह हर 15 मिनट पर संप हाउसों का अपडेट लेंगेे. किसी भी सूरत में संप हाउस को रोका नहीं जायेगा. आयुक्त संप हाउस की फोटो और वीडियो के माध्यम से देखा जायेगा कि संप चल रहे हैं कि नहीं.
नगर आयुक्त ने बताया कि बरसात के समय सभी 37 संप हाउसों पर निगम की नजर है, विशेष कर चार संप हाउस पहाड़ी, सैदपुर, योगीपुर और अंटाघाट संप हाउस की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि संप हाउस चलने की जिम्मेवारी बीआरजेपी को दिया गया है, लेकिन संप हाउस तक पानी बगैर अवरोध के पहुंचता रहे, ये नगर निगम को सुनिश्चित करना है. उन्होंने बताया कि संप हाउस से पहले जाली को लगातार साफ रखने का निर्देश दिया गया है ताकि पानी का अवरोध नहीं हो.
नगर आयुक्त ने बताया कि एसपी वर्मा रोड से लेकर मंदिरी का निर्माण और स्टेशन गोलंबर के पास नाले का निर्माण हो राह है. एसपी वर्मा रोड संप हाउस पर नाले का निर्माण बुडको और स्टेशन के पास पुल निर्माण काम कर रही है. दोनों एजेंसियों ने आश्वासन दिया है कि एक माह केे भीतर नाले का निर्माण पूरा कर लिया जायेगा.
कंट्रोल रूम में 104 शिकायतें, 37 का निदान
बीते दिन दिनों की बारिश में निगम के कंट्रोल रूप में अब तक 104 शिकायतें आ चुकी है. अकेले पांच जुलाई को 50 से अधिक जगहों पर जल-जमाव की शिकायत निगम कंट्रोल रूप में दर्ज की गयी. हालांकि नगर निगम की ओर से अब तक मात्र 37 समस्याओं का ही निदान किया गया है, जबकि 67 मामले या तो लंबित है या सरकार की दूसरी एजेंसियों का काम है. नगर आयुक्त ने बताया कि समस्या को गंभीरता से लिया जा रहा है. लोगों की परेशानी दूर की जायेगी.
खुले मैनहोल की रिपोर्ट तीन दिनों में तलब
पटना. नगर निगम के मुख्य अभियंता अशोक कुमार ने तीन दिनों के भीतर चारों अंचलों के कार्यपालक अभियंताओं से शहर में खुले मैनहोल और कैचपीट की रिपोर्ट मांगी है. ताकि समय रहते इसकी मरम्मत की जा सके. मुख्य अभियंता ने बताया कि अंचल कार्यालय को पहले से नूतन राजधानी अंचल को 12 लाख, कंकड़बाग को आठ लाख व अन्य अंचलों को दस- दस लाख की राशि दी गई थी, जिसका उपयोगक्या किया गया है उसकी रिपोर्ट नहीं दी गयी.

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