विजय सिंह
पटना : साइबर क्रिमिनल का नेटवर्क बिहार में तगड़ा हो गया है. हैदराबाद, दिल्ली, कर्नाटक, जयपुर तथा विदेशों से ऑनलाइन ठगी का खेल जारी है. यह ठगी बैंक खाते से हो रही है. अब एक नया फंडा यह है कि फोन पर उलझा कर बैंक खाताधारक के फोन के रजिस्टर्ड नंबर को बदल दिया जा रहा है. इसके बाद साइबर क्रिमिनल उसके खाते से भारी-भरकम खरीदारी कर चलते बन रहे हैं. ताज्जुब यह है कि जब ठगी के शिकार लोग पुलिस को कॉल करते हैं, तो ऐसी घटनाओं में पुलिस घुटने टेक देती है. टका-सा जवाब मिलता है कि सिम कार्ड वाला निर्दोष है, आप फाेन नहीं उठाएं.
राजधानी पटना स्थित शिवपुरी निवासी पिंटू कुमार को 29 जून को फोन आया था. बैंककर्मी के रूप में दिया. वह फोन पर नाम- पता पूछने के बाद एटीएम बंद होने की जानकारी दे रही थी. वह खाता संबंधित जानकारी लेना चाह रही थी. लेकिन, पिंटू को शक हो गया कि यह वही गैंग है, जो बातों में उलझा कर बैंक के खाताधारक का रजिस्टर्ड नंबर बदल देता है और फिर सिस्टम को हैक कर खाते से खरीदारी कर लेता है. पिंटू ने शाम को फोन करने की बात कह कर मोबाइल कट कर दिया.
इसके बाद घटना की जानकारी उसने डीएसपी, फुलवारीशरीफ को दी. लेकिन, उस नंबर को ट्रेस को करने के बजाय, डीएसपी ने जवाब दिया कि ऐसे फोन को रिसीव ही नहीं करें. शक होने पर फोन काट दें. इसके बाद उसने एसएसपी मनु महाराज को सूचना दी. एसएसपी ने कहा कि इस तरह के काॅल जब भी ट्रेस किये जाते हैं, तो पता चलता है कि किसी ग्रामीण इलाके के सीधे-सादे लोगों का नंबर है. वैसे पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
दो शिक्षिकाओं से ऐसे की जालसाजी
केस-1
गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के पंजाबी कॉलोनी (चितकोहरा) की रहनेवाली अंजु कुमारी फुलवारी की प्राथमिक विद्यालय में तैनात है. उनके पति के मोबाइल पर फोन करके 13 जून को 47,000 हजार तथा 15 जून को 9700 रुपये की खरीदारी कर ली गयी है. इसमें मामला तो दर्ज है, लेकिन जांच में पहुंचे आइओ प्रभंजन गुरुंग ने खुद को सिपाही से दारोगा बनने की बात कही. साइबर क्राइम से जुड़ा अनुसंधान तो उसे दे दिया गया है. लेकिन, आइओ ने खुद स्वीकार किया है कि उसे अब तक अनुसंधान की ट्रेनिंग तक नहीं दी गयी है. उसने कहा कि किसी तेज अफसर से इसकी जांच होनी चाहिए थी. अब तक सीडीआर एसपी कार्यालय में पड़ा हुआ है.
केस-2
एम्स, पटना, नवादा मोड़ के पास कमला भवन की रहनेवाली अशोक कुमारी की पत्नी गायत्री का एसबीआइ अलीपुर में बैंक खाता था. गायत्री ने अपने खाते को अंजु की तरह फुलवारीशरीफ शाखा में ट्रांसफर कराया था. इनके भी मोबाइल पर 13 जून को फोन आया कि एटीएम की वैधता खत्म हो गयी है. इसके बाद पूछा गया कि खाता ट्रांसफर क्यों करा लिया. बातचीत के क्रम में सिस्टम हाइजैक कर 66 हजार रुपये उड़ा दिये गये. इस मामले में भी 17 जून को फुलवारीशरीफ थाने में मामला दर्ज है. इसके बाद यही गैंग पिंटू कुमार को शिकार बनाना चाह रही थी, लेकिन, सफलता नहीं मिली. हालांकि, पुलिस की तरफ से निराशा ही हाथ लगी.
झांसा दे 34 हजार की कर ली मार्केटिंग
पटना. एटीएम को अपग्रेड कराने का झांसा देकर आइआइबीएम के फैकल्टी सुमन सौरभ सिन्हा से पिन कोड जान लिया और कुछ ही घंटों में उनके खाते से 34 हजार की मार्केटिंग कर ली. सिन्हा को यह जानकारी उस समय हुई, जब पैसों की निकासी का मैसेज आया. उन्होंने तुरंत ही अपने एटीएम कार्ड को लॉक कराया. उनका खाता माैर्यलोक कॉम्प्लेक्स के एसबीआइ ब्रांच में है. उन्हें बुधवार को एक व्यक्ति ने फोन किया और यह जानकारी दी कि वह एसबीआइ से बोल रहा है और उनके एटीएम कार्ड का अपग्रेड करना है. इसके लिए एटीएम कोड बताना होगा. इस पर सुमन ने एटीएम कोड बता दिया. एटीएम का कोड बताते ही पैसा निकासी का मैसेज आया.