पटना : पूर्व मध्य रेल (इसीआर) के 802 मानवरहित रेलवे क्रासिंग में अधिकांश समस्तीपुर, मुगलसराय और दानापुर रेलमंडल में आते हैं. जहां अक्सर दुर्घटनाएं होने से भारी संख्या में लोग हताहत होते हैं. इसीआर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक समस्तीपुर रेलमंडल में ब्राड गेज पर 253 और मीटर गेज पर 242 मानवरहित रेलवे क्रासिंग हैं जबकि दानापुर रेलमंडल में 106 और मुगलसराय रेलमंडल में 118 मानवरहित रेलवे क्रासिंग हैं. इसके अतिरिक्त दो अन्य रेलमंडलों सोनपुर एवं धनबाद में क्रमश: 62 एवं 21 मानवरहित रेलवे क्रासिंग हैं.
इसीआर में कुल 1195 मानवयुक्त रेलवे क्रासिंग हैं जिनमें सबसे अधिक 351 समस्तीपुर में तथा 294 सोनपुर रेलमंडल में पड़ते हैं. इसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अरविंद कुमार रजक ने इन मानवरहित रेलवे क्रासिंग पर दुर्घटनाओं को रोकना एक बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि इसके लिए लोगों के बीच जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है क्योंकि मानवरहित रेलवे क्रासिंग पर अधिकांश दुर्घटनाएं वाहन चालकों की गलती और लोगों के रेल पटरी पर चलने के कारण होते हैं.
उन्होंने कहा कि मानवरहित रेलवे क्रासिंग को लेकर लोगों के बीच जागरुकता समाचार पत्रों, टीवी, रेडियो तथा होर्डिंग के जरिए पैदा किया जा रहा है. गत महीने इसीआर के अपर महाप्रबंधक टीपी सिंह ने बताया कि इन 802 मानवरहित रेलवे क्रासिंग पर 2020 तक रेल ओवर ब्रिज या रेल अंडर ब्रिज बनाया जाएगा.
रजक ने बताया कि 2014-15 के दौरान इसीआर ने 14 रेल ओवर ब्रिज और 16 रेल अंडर ब्रिज का निर्माण किया तथा 2015-16 के दौरान 7 रेल ओवर ब्रिज और 17 रेल अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया.
गत वर्ष दिसंबर महीने में धनबाद रेलमंडल अंतर्गत भरकुंडा रेलवे स्टेशन के समीप एक एमयूवी के अवैध रूप से एक मानवरहित रेल क्रासिंग को पार करने के दौरान एक ट्रेन की चपेट में आ जाने से 14 लोगों की मौत हो गयी थी.
14 अगस्त 2014 को समस्तीपुर रेल मंडल के सिमरा रेलवे स्टेशन के समीप क्षमता से अधिक लोगों को ले जा रहा एक ॲाटोक्शिे के मानवरहित रेल क्रासिंग को पार करने के दौरान एक ट्रेन की चपेट में आ जाने से 19 लोगों की मौत हो गयी थी.