300 मीटर पीछे दौड़ी ट्रेन, भीषण हादसा टला
पटना : भभुआ से गया होते हुए पटना आनेवाली भभुआ-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बची. मामला सुबह 9.40 बजे पुनपुन घाट स्टेशन का है. इस स्टेशन पर ट्रेन का ठहराव नहीं है, लेकिन ट्रेन में सवार स्थानीय लोगों ने चेन पुलिंग कर इंटरसिटी को रोक दी. ट्रेन की चेन पुलिंग की गयी, तो […]
पटना : भभुआ से गया होते हुए पटना आनेवाली भभुआ-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बची. मामला सुबह 9.40 बजे पुनपुन घाट स्टेशन का है. इस स्टेशन पर ट्रेन का ठहराव नहीं है, लेकिन ट्रेन में सवार स्थानीय लोगों ने चेन पुलिंग कर इंटरसिटी को रोक दी.
ट्रेन की चेन पुलिंग की गयी, तो ट्रेन स्टेशन से 50 मीटर आगे बढ़ गयी और न्यूट्रल जोन में आ गयी. रेल कर्मी पाइप को जैसे ही जोड़ा, तो ट्रेन आगे की बजाये पीछे चलने लगी और करीब 300 मीटर पीछे ट्रेन चली गयी. इस दौरान ट्रेन से नीचे उतरे सवारियों के साथ-साथ ट्रेन में बैठे यात्रियों के बीच अफरातफरी मच गयी. हालांकि, इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ. इसके बाद ट्रेन अपनी निर्धारित चाल से पटना जंकशन पर पहुंची.
क्या है मामला
इंटरसिटी एक्स को पुनपुन घाट स्टेशन पर चेन पुलिंग की गयी, तो ट्रेन 50 मीटर आगे जाकर रुकी, जहां ट्रेन रुकी थी, वह न्यूट्रल जोन था. रेल अधिकारियों का मानना है कि ड्राइवर की सूझबूझ से ही गाड़ी को पीछे किया गया और फिर करंट वाले जोन में लाकर ट्रेन को आगे बढ़ाया गया. अन्यथा ट्रेन दो से तीन घंटे विलंब से पटना जंकशन पहुंचती.
क्या है न्यूट्रल जोन
न्यूट्रल जोन में विद्युत करंट नहीं होता है. इस जोन में गाड़ी को पहले से स्पीड बनाये रखना पड़ता है और पहले की स्पीड में ही न्यूट्रल जोन क्राॅस करना पड़ता है. अगर इस जोन में ट्रेन रूक जाती है, तो धक्का देकर विद्युत करंट जोन पर लाना पड़ता है.