अहमदाबाद : आप में शामिल होने की तैयारी कर रहे भाजपा के पूर्व विधायक व वकील यतीन ओझा ने सोमवार को दावा किया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और एआइएमआइएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बीच बिहार विधानसभा चुनाव से पहले उत्तरी पट्टी के मुसलिम बहुल इलाकों में वोटरों के ध्रुवीकरण के लिए एक ‘ गुप्त समझौता’ हुआ था. हालांकि, भाजपा की प्रदेश इकाई ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है.
चार जुलाई को केजरीवाल को भेजे एक पत्र में ओझा ने दावा किया कि 15 सितंबर, 2015 को शाह के निवास पर तड़के हुई बैठक में वह खुद भी मौजूद थे. मीडियाकर्मियों से बात करते हुए ओझा ने कहा कि उस बैठक में इस बात पर सहमति बनी थी कि ओवैसी बिहार में अपने उम्मीदवारों को उतारेंगे, खासकर उन मुसलिम इलाकों में, जहां पांच नवंबर को मत पड़ने थे. ओवैसी जहरबुझा सांप्रदायिक भाषण देंगे और यह भाषण अमित शाह लिखेंगे. पत्र में ओझा ने कहा है, ‘बैठक में तय हुआ था कि भाजपा और ओवैसी जनता के सामने एक-दूसरे के धुर विरोधी की तरह पेश आयेंगे.
भाजपा ने नाटक बताया
भाजपा ने ओझा के दावों को महज ‘मीडिया का ध्यान आकर्षण करने की कोशिश’ बताया. गुजरात भाजपा के
मीडिया संयोजक हर्षद पटेल ने कहा कि ठीक अपने नेता केजरीवाल की तरह आप से जुड़े लोग या जो लोग पार्टी में शामिल होना चाहते हैं, वे इस तरह के नाटक करते ही हैं. ओवैसी ने उनके दावों को पहले ही खारिज कर दिया है.