गंगा की लहरों पर बैठायी गयी पहरेदारी
सतर्क. कंट्रोल रूम अलर्ट, सूर्यास्त के बाद नहीं चलेगी नाव, ओवरलोडेड नावों पर कार्रवाई पटना : मॉनसून आने के बाद बिहार में कम बारिश हुई है, लेकिन गंगा का जल स्तर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. यह पानी यूपी व उत्तराखंड के रास्ते गंगा में तक पहुंच रही है. इसके अलावा हिमालय क्षेत्र से गंगा […]
सतर्क. कंट्रोल रूम अलर्ट, सूर्यास्त के बाद नहीं चलेगी नाव, ओवरलोडेड नावों पर कार्रवाई
पटना : मॉनसून आने के बाद बिहार में कम बारिश हुई है, लेकिन गंगा का जल स्तर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. यह पानी यूपी व उत्तराखंड के रास्ते गंगा में तक पहुंच रही है. इसके अलावा हिमालय क्षेत्र से गंगा तक पहुंचने वाली पानी भी गंगा के स्तर बढ़ा रहा है.
पटना में गंगा नदी का जल स्तर पिछले सात दिनों में दो मीटर तक ऊपर आ गया है. वहीं, 24 घंटे में 25.2 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है. हालांकि जल स्तर अभी खतरे के निशान से नीचे है, पर पटना जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. कंट्रोल रूम को सतर्क कर दिया गया है. जल अधिकारी की निगरानी बढ़ा दी गयी है. डीएम ने निर्देश जारी किया है कि गंगा में सूर्यास्त के बाद कोई नाव नहीं चलेगी. साथ ही दिन में भी ओवरलोडेड नावों पर नजर रखी जायेगी. एनडीआरएफ की टीम को भी गंगा के जल स्तर पर नजर बनाये रखने को कहा गया है.
जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल की ओर से बुधवार को जारी अलर्ट में सभी अधिकारियों को अपने स्तर पर तैयार रहने को कहा गया है. नाव की स्थिति की भी मॉनीटरिंग करने के लिए टीम बनाने को कहा गया है. जो नाव कंडम में होगी, उसे गंगा में नहीं चलने दिया जायेगा. जिला प्रशासन की ओर से इसकी मॉनीटरिंग के लिए टीम भी बनायी गयी है, जो घाटों पर नजर रखे हुए हैं.
जो तैरना नहीं जानते, वे गंगा में नहीं जाएं : जिलाधिकारी ने आम लोगों से आग्रह किया है कि गंगा का जल स्तर बढ़ा है. इस कारण से वैसे लोग गंगा में नहीं जाएं, जो तैरना नहीं जानते हैं. संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि हाल के दिनों में कुछ हादसा भी हुआ है, जिसमें लोगों की डूबने की बात आयी है. ऐसे में लोगों को भी खुद से सावधान रहने की जरूरत है. जिला प्रशासन अपनी ओर से वैसे सभी घाटों पर नजर बनाये हुये हैं, जहां पर पानी की गहरायी बहुत अधिक है.
पटना : मौसम विभाग का बुधवार को झमाझम बारिश होने का अनुमान गलत साबित हुआ. दिन भर धूप-छांव की लुकाछिपी के दौरान लोगों को ऊमस भरी गरमी झेलनी पड़ी. हालांकि, देर शाम में अचानक से हुई कहीं-कहीं बारिश ने शाम को खुशनुमा बना दिया. मौसम विज्ञान केंद्र ने एक बार फिर भविष्यवाणी की है कि 14 से 16 जुलाई तक बिहार में भारी बारिश की संभावना है. मौसम के बदले मिजाज से लोगों को अब गरमी से राहत मिलेगी.
वहीं, बारिश की संभावना अधिक है. फिलहाल झारखंड के समीप लो प्रेशर का जोन बना हुआ है. हालांकि, बुधवार की सुबह लोगों को परेशान करनेवाली थी. ऊमस भरी गरमी ने लोगों का बेहाल कर दिया.