जेल में मच्छरों के बीच कटी आइएएस की रात

रात के खाने में मिली रोटी और सब्जी कैमूर के एसडीएम को घूस लेने के आरोप में किया गया था गिरफ्तार पटना : सरकारी बंगला, आरामदेह विस्तर व एसी में नींद लेने वाले आइएएस जितेंद्र गुप्ता अब रात भर जग रहे हैं. बेऊर जेल के आमद वार्ड में बड़ी मुश्किल से उनकी रात गुजर रही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2016 7:19 AM
रात के खाने में मिली रोटी और सब्जी
कैमूर के एसडीएम को घूस लेने के आरोप में किया गया था गिरफ्तार
पटना : सरकारी बंगला, आरामदेह विस्तर व एसी में नींद लेने वाले आइएएस जितेंद्र गुप्ता अब रात भर जग रहे हैं. बेऊर जेल के आमद वार्ड में बड़ी मुश्किल से उनकी रात गुजर रही है. घी, मक्खन, घर की चपाती से दूर उन्हें जेल की सूखी रोटी-सब्जी से पेट भरनी पड़ रही है. रात मच्छरों के बीच कट रही है. अन्य कैदियों की तरह सामान्य व्यवस्था के बीच उन्हें रहना पड़ा रहा है. रात में जब मच्छरों ने काटना शुरू किया, तो उन्होंने जेल प्रशासन से मच्छरदानी की मांग की थी, लेकिन नहीं मिली.
पहले दिन सुबह का नाश्ता कर दिया था मना : 13 जुलाई की रात जब उन्हें जेल भेजा गया, तो उन्हाेंने आमद वार्ड में काफी देर तक कुछ नहीं, बस पानी पीते रहे. देर रात उन्होंने जेल की रोटी-सब्जी खायी. सुबह हुई, तो नाश्ते के लिए जेल की घंटी बजी, लेकिन उन्होंने सुबह का नाश्ता नहीं किया. बाद में उन्होंने लंच लिया. शुरुआती चौबीस घंटे उन पर काफी भारी पड़े हैं. आमद वार्ड में उन्हें कोई वीआइपी व्यवस्था मुहैया नहीं कराया गया है. फिलहाल उन्हें इसी तरह की व्यवस्था में 14 दिन की न्यायिक हिरासत काटनी है.
क्या है मामला
हरियाणा के ट्रकचालक सुरेंद्र ने निगरानी से शिकायत की थी कि चार जुलाई को वह टाटा से पंजाब के लिए लोहा लेकर चला था. उसके साथ तीन और ट्रक थे. मोहनिया के एसडीएम जितेंद्र गुप्ता ने ओवरलोड के मामले में चारों ट्रक को पकड़ा.
बातचीत के बाद एसडीएम के ड्राइवर संजय पांडेय ने 1.45 लाख की रिश्वत मांगी और हिदायत दी कि यदि इतने रुपये नहीं दिये, तो फाइन के दो लाख रुपये भरने होंगे. काफी प्रयास के बाद ड्राइवर संजय 90 हजार रुपये लेने को तैयार हो गया. इस बीच सुरेंद्र ने निगरानी से शिकायत कर दी.
जांच में शिकायत सही पायी गयी. इसके बाद निगरानी की टीम ने सुरेंद्र से 80 हजार रुपये लेते हुए ड्राइवर संजय को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद एसडीएम को भी गिरफ्तार किया गया.

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