पर्यटन सर्किट से जुड़ जायेंगे सूबे के छह प्रमुख गुरुद्वारे
पर्यटन विभाग ने प्रकाशोत्सव पर सिर्फ पटना साहिब गुरुद्वारा ही नहीं, बल्कि सूबे के छह जिलों के प्रमुख गुरुद्वारों को जोड़ने का निर्णय लिया है. पर्यटन सर्किट से जुड़ने से पटना आनेवाली संगत सूबे के अन्य प्रमुख गुरुद्वारों में दर्शन के लिए जा सकती हैं. वहीं पटना साहिब गुरुद्वारा के विकास, सौंदर्यीकरण, यातायात व्यवस्था और […]
पर्यटन विभाग ने प्रकाशोत्सव पर सिर्फ पटना साहिब गुरुद्वारा ही नहीं, बल्कि सूबे के छह जिलों के प्रमुख गुरुद्वारों को जोड़ने का निर्णय लिया है. पर्यटन सर्किट से जुड़ने से पटना आनेवाली संगत सूबे के अन्य प्रमुख गुरुद्वारों में दर्शन के लिए जा सकती हैं. वहीं पटना साहिब गुरुद्वारा के विकास, सौंदर्यीकरण, यातायात व्यवस्था और पुल-पुलियों के निर्माण की विशेष तैयारी अलग चल ही रही है.
पटना : प्रकाशोत्सव पर पर्यटन विभाग के फोकस में सिर्फ पटना साहिब गुरुद्वारा ही नहीं होगा, बल्कि सूबे के छह जिलों के प्रमुख गुरुद्वारे भी होंगे. पटना साहिब गुरुद्वारा के विकास, सौंदर्यीकरण, यातायात व्यवस्था और पुल-पुलियों के निर्माण की नगर विकास, पथ निर्माण, धार्मिक न्यास पर्षद और पटना नगर निगम ने महती योजना तो बनायी है, किंतु बिहार के छह प्रमुख गुरुद्वारे उनकी प्रकाशोत्सव योजना से वंचित है. इसे देखते हुए अब पर्यटन विभाग ने सूबे के छहों गुरुद्वारों को पर्यटन सर्किट के तहत सौंदर्यीकरण कराने और पर्यटकों को पहुंचाने का निर्णय लिया है. प्रकाशोत्सव के पहले पर्यटन विभाग छहों गुरुद्वारों के पर्यटकीय विकास पर 1.12 करोड़ रुपये खर्च करेगा.
प्रकाश पर्व पर इस बार बिहार में कम-से-कम 35 लाख से अधिक देशी-विदेशी पर्यटक व सिख श्रद्धालुओं के जुटने की उम्मीद है. सबसे अधिक पर्यटकों का जुटान पटना साहिब में होगा. बिहार सिख संगत की रिपोर्ट के मुताबिक प्रकाशोत्सव पर बिहार में जुटने वाले देशी-विदेशी पर्यटक व सिख श्रद्धालु अन्य छहों गुरुद्वारों के दर्शन को जायेंगे. पटना साहिब गुरुद्वारा कमेटी को कई देशों व राज्यों के सिख सर्किटों से इसकी सूचना भेजी गयी है.
पर्यटन विभाग ने भागलपुर, मुंगेर, गया, सासाराम और लक्ष्मीपुर के प्रशासनिक पदाधिकारियों को प्रकाशोत्सव के पूर्व गुरुद्वारों के आसपास के क्षेत्रों में स्मूथ ट्रैफिक के लिए सड़कों का चौड़ीकरण कराने को लिखा है. वहां से अतिक्रमण हटवाने को भी कहा गया है.
इस दौरान छहों गुरुद्वारों की सैर कराने के लिए स्पेशल पर्यटन बस सेवा चलायी जायेगी. जिन जिलों में विभाग का अपना होटल नहीं है, वहां छह माह के लिए कांट्रैक्ट पर प्राइवेट होटल लिया जायेगा. विभाग ने बोधगया, नालंदा और पटना साहिब से जुड़े गाइडों को भी चार माह तक वहां तैनात करने की योजना बनायी है.