हॉस्पिटल गेट पर मोबाइल थमानेवाले दो लड़के कौन?

फुलवारीशरीफ : चितकोहरा के शिवपुरी में महेश राम का आवास रह-रह कर महिलाओं की चीत्कार से भर जा रहा है. घर के सबसे छोटे बेटे की शादी के दूसरे ही दिन बेरहमी से हत्या कर देने के बाद परिजनों की हालत पागलों जैसी हो गयी है. दूल्हा बनने के चंद घंटे बाद ही रेलकर्मी दयानंद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2016 6:18 AM
फुलवारीशरीफ : चितकोहरा के शिवपुरी में महेश राम का आवास रह-रह कर महिलाओं की चीत्कार से भर जा रहा है. घर के सबसे छोटे बेटे की शादी के दूसरे ही दिन बेरहमी से हत्या कर देने के बाद परिजनों की हालत पागलों जैसी हो गयी है. दूल्हा बनने के चंद घंटे बाद ही रेलकर्मी दयानंद आजाद की हत्या के कारणों के बारे में परिजनों को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा हैं. घटना के 24 घंटे से अधिक बीत जाने के बाद भी पुलिस इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में सफल नहीं हो पा रही है. कई सवाल ऐसे हैं, जो पुलिस के दुर्घटना वाले बयान की हवा निकाल रही हैं.
पुलिस इस मामले में कई ऑटोवालों से पूछताछ कर इस बात का पता लगाने में जुटी है कि जख्मी दयानंद को खगौल रेलवे हॉस्पिटल से दानापुर सदर अस्पताल ले जानेवाला ऑटो चालक कौन था. पुलिस कई पहलुओं पर अनुसंधान कर रही है.
कई सवालों में उलझी पुलिस : एएसपी राकेश कुमार ने बताया कि रेलकर्मी के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा की उसकी हत्या की गयी है या दुर्घटना हुई है. बहरहाल रेलकर्मी दयानंद आजाद हत्याकांड में परिजनों का कॉल डिटेल खंगाल रही पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि वे लोग कौन थे, जो घरवाले और साला को बार-बार कॉल कर भरमाते रहे. घर से निकलने के करीब घंटे भर बाद ही दुर्घटना की जानकारी देने वाला कॉल किसने किया था. दयानंद को खोजने पहुंचे उसके बड़े भाई सत्यानंद को खगौल रेलवे हॉस्पिटल गेट पर मोबाइल थमाने वाले दोनों लड़के कौन थे? उन दोनों लड़कों को कैसे पता चला की जख्मी दयानंद का भाई यही है, जिसे मोबाइल थमा कर फरार हो गये. शरीर पर जांघिया और ऊपरी वस्त्र ही थे. शव के सिर पर आगे की तरफ दो जगहों पर गहरे जख्म के निशान थे, जो चाकू या तेज धारदार हथियार से वार किया गया लग रहा था. चाचा प्यारे लाल ने बताया कि शरीर पर कई जगहों पर चोट के निशान थे, जिससे लगता है कि उनके भतीजे की बेरहमी से पिटाई की गयी थी.

Next Article

Exit mobile version