Inter Result Scam : लालकेश्वर ने सिमुलतला स्कूल को भी नहीं बख्शा!
पटना : इंटर रिजल्ट घोटाले के बाद अब सिमुलतला आवासीय स्कूल की प्रवेश परीक्षा के रिजल्ट पर सवाल उठे हैं. आरोप है कि बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने ओएमआर शीट में फेरबदल कर कम मेरिटवाले छात्रों का चयन करवाया. 2015-16 सत्र में स्कूल की छठी कक्षा की कुल 120 सीटों में […]
पटना : इंटर रिजल्ट घोटाले के बाद अब सिमुलतला आवासीय स्कूल की प्रवेश परीक्षा के रिजल्ट पर सवाल उठे हैं. आरोप है कि बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने ओएमआर शीट में फेरबदल कर कम मेरिटवाले छात्रों का चयन करवाया. 2015-16 सत्र में स्कूल की छठी कक्षा की कुल 120 सीटों में से 107 पर नामांकन चार प्रमंडलों के छात्रों का ही लिया गया है.
इतना ही नहीं, 27 छात्रों का नामांकन एक ही स्कूल सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल, नालंदा से किया गया. सिमुलतला शिक्षा सोसाइटी के फाउंडर मेंबर कर्नल बीबी सिंह ने नामांकन में गड़बड़ी की जांच की मांग की है. कर्नल बीबी सिंह ने बोर्ड कार्यालय को भेजे पत्र में ओएमआर शीट की जांच करवाने की मांग की है.
मालूम हो कि इस स्कूल की प्रवेश परीक्षा के आयोजन का जिम्मा अभी बिहार बोर्ड को है. सिमुलतला आवासीय स्कूल में पढ़ाई का पूरा खर्च राज्य सरकार की ओर से दिया जाता है. इसका फायदा भी बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने अपने चाहनेवालों को दिया. बोर्ड के कर्मचारियों ने बताया कि लालकेश्वर ने सिमुलतला अावासीय स्कूल की प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट तैयार करने के पहले ओएमआर शीट में फेरबदल करवाया था. इसके जरिये लालकेश्वर ने नालंदा के सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल के 27 छात्रों का चयन करवा गया था. कर्मचारियों ने बताया कि अगर ओएमआर शीट की जांच करवायी जायेगी, तो सही बातें सामने आयेंगी.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के आनंद किशोर ने बताया कि हमारे पास अभी लिखित शिकायत नहीं आयी है. शिकायत आने पर हम रिजल्ट की समीक्षा करेंगे. देखा जायेगा कि गड़बड़ी कहां हुई है. सिमुलतला आवासीय स्कूल के प्राचार्य राजीव रंजन ने बताया कि किसी एक स्कूल से इतने बच्चों का चुना जाना अटपटा लगता है. इसलिए एडमिशन के बाद परीक्षा समिति को भेजी गयी रिपोर्ट में हमने इसका जिक्र करते हुए अगली बार से इस पर ध्यान देने को कहा था.
हालांकि, यह पहली बार नहीं है. इसके पहले भी वर्ष 2010 के पहले बैच में भी नालंदा से 40 बच्चे चुने गये थे. हो सकता है कि संबंधित स्कूल ने बकायदा इसके लिए मनोयोग से तैयारी करायी हो.
सिमुलतला शिक्षा सोसाइटी के फाउंडर मेंबर कर्नल बीबी सिंह ने कहा कि सिमुलतला प्रवेश परीक्षा के रिजल्ट की जांच को लेकर एक हफ्ते पहले ही पटना के एसएसपी मनु महाराज को पत्र लिखा है. सिमुलतला शिक्षा सोसाइटी का मेंबर होने के नाते मेरी इच्छा है कि ओएमआर शीट की दोबारा जांच हो. मैं बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर से मिलूंगा.
सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल, बड़ी पहाड़ी, बिहारशरीफ के शेषनाथ निदेशक ने बताया कि वर्ष 2015-16 सत्र के लिए सिमुलतला में हमारे स्कूल के 19 बच्चे चुने गये हैं. इसमें गलत कुछ नहीं है. हम स्कूल के साथ कोचिंग भी चलाते हैं, जहां पर बच्चों को इसके लिए तैयारी करायी गयी थी. क्यों आरोप लगाया जा रहा, यह कहा नहीं जा सकता.
नहीं रखी गयी रिजल्ट में पारदर्शिता
कर्नल बीबी सिंह के अनुसार हर साल सिमुलतला आवासीय स्कूल में नामांकन में हर जिले से सेलेक्ट हुए छात्रों का अंतर कम रहता था. लेकिन, इस बार कुछ जिलाें के ही छात्रों का दबदबा रहा है. इनमें से सबसे ज्यादा नालंदा जिले के एक स्कूल सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल के ही छात्र हैं. इस पर जांच होनी चाहिए. कर्नल बीबी सिंह के अनुसार रिजल्ट में गड़बड़ी की गयी है.
दो बार में निकाला गया था रिजल्ट
सिमुलतला आवासीय स्कूल की प्रवेश परीक्षा कम समय होने के कारण एक ही चरण में ली गयी थी. नौ अगस्त, 2015 को परीक्षा ली गयी थी. इसका रिजल्ट 16 अगस्त को घोषित किया गया था, लेकिन रिजल्ट में गड़बड़ी होने के कारण मेरिट लिस्ट दुबारा 22 अगस्त को निकाली गयी थी. मालूम हो कि अभी तक रिजल्ट का कट आॅफ 120 में 107 तक आता था, लेकिन इस बार 90 पर कट ऑफ निकाल दिया गया.