पटना : नक्सली हमले में घायल जवानों को सही समय पर इलाज की सुविधा न मिल पाने की वजह से कोबरा बटालियन के जवानों में आक्रोश है. जानकारी के मुताबिक कोबरा जवानों ने औरंगाबाद जिला प्रशासन को भला-बुरा कहा और अपनी भड़ास निकाली. सीआरपीएफ के जवानों ने औरंगाबाद के एसपी बाबू राम को भी भला-बुरा कहा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जवानों का आरोप है कि लैंडमाइंस विस्फोट में फंसने के बाद उन्हें मदद काफी देर से मिली.
सही समय पर मदद नहीं मिलने का आरोप
जवानों का यह भी आरोप था कि घटनास्थल से चार किलोमीटर दूर सोंदाहा स्कूल में एक घायल जवान 25 घंटे तक इलाज के लिये तड़पता रहा. सीआरपीएफ के गुस्साये जवानों ने आरोप लगाया है कि दो घायल जवानों की मौतदेरसे मदद पहुंचने की वजह से हो गयी. उन्हें पानी तक समय पर नहीं मिला. जवानों के गुस्से का शिकार वहां मौजूद मीडियाकर्मी भी हुए. जवानों ने प्रशासन के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी भला-बुरा कहा.
सही समय पर नहीं पहुंचा हेलीकॉप्टर
सीआरपीएफ जवानों के मुताबिक काफी समय बीत जाने के बाद शहीद जवानों के शव को घटनास्थल से उठाया गया. उनके मुताबिक हेलीकॉप्टर समय से नहीं भेजा गया. यदि हेलीकॉप्टर समय से आया होता तो जवानों की जान बच सकती थी. रेस्क्यू टीम खुद ही डर रही थी जिस कारण पूरी जांच पड़ताल में समय गंवाया गया. हेलीकॉप्टर तक शवों को आने में भी काफी देरी हुई. प्रशासनिक व्यवस्था से क्षुब्ध जवानों ने सिस्टम को बुरा-भला कहते हुए अपनी भड़ास निकाली.