पटना / मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर के पारू प्रखंड में हुए दलित युवकों की पिटायी और मुंह में पेशाब किये जाने के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने अपने सुपरविजन रिपोर्ट में मुंह में पेशाब किये जाने की बात से भी इनकारकियाहै. लेकिन दूसरी ओर यह मामलाबिहार में राजनीतिक रंग लेता जा रहा है. घटना को लेकर विपक्षी दलों ने नीतीश सरकार पर आज निशाना साधा है.
पीड़ितों से मिले रामविलास
केंद्रीय मंत्री और लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान ने मठिया गांव जाकर पीड़ितों से मिलने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए इस घटना की निंदा करते हुए इसकी जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं.
सुशील मोदी ने साधा नीतीश पर निशाना
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस घटना की निंदा करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरिवंद केजरीवाल से पूछा कि दलितों से हमदर्दी दिखाने गुजरात चले गए लेकिन मुजफ्फरपुर में बाइक चोरी का इल्जाम लगाकर पीटे गए और पेशाब पिलाकर अपमानित किये गए दलित युवकों हाल जानने नहीं आये. उन्होंने आज ट्वीट कर पूछा कि क्या राहुल और केजरीवाल दलित उत्पीड़न पर नीतीश कुमार से कुछ नहीं पूछता चाहते.
मांझीऔरपप्पूयादव ने भी बोला हमला
भाजपा की सहयोगी पार्टी और हिंदुस्तानी अवाम मोरचा सेक्युलर के अध्यक्ष तथा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस मामले को नीतीश पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि वे दलितों पर होने वाले अत्याचार पर रोक लगाने के बजाए गुजरात में क्या हो रहा है यह तलाशने में लगे हुए हैं. जन अधिकार पार्टी के नेता और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं बिहार में खराब कानून व्यवस्था को दर्शाता है.