दर्जनों गांवों में बांस-बल्ले के सहारे बिजली अापूर्ति
खगौल: बिजली कार्यालय द्वारा शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में उपकरणों व विद्युत लाइनों के रखरखाव पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी कई क्षेत्रों में विद्युत पोल के अभाव में बांस-बल्लों के सहारे बिजली का तार डाल कर उपभोक्ता अपने घरों तक बिजली ले जा रहे हैं. इससे आये दिन दुर्घटना के साथ फॉल्ट […]
खगौल: बिजली कार्यालय द्वारा शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में उपकरणों व विद्युत लाइनों के रखरखाव पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी कई क्षेत्रों में विद्युत पोल के अभाव में बांस-बल्लों के सहारे बिजली का तार डाल कर उपभोक्ता अपने घरों तक बिजली ले जा रहे हैं. इससे आये दिन दुर्घटना के साथ फॉल्ट से आपूर्ति बाधित रहने से उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ता है.
कार्यालय द्वारा उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए उपकरणों की देख-रेख के लिए करोड़ों रुपये बहाये जाने के बाद भी शहरी क्षेत्र के नंदूटोला, चक्रदहा मोड़, नवरत्नपुर गाड़ीखाना रामपुर,चाणक्यपुरी, महर्षि मेहीनगर,देवी स्थान, दल्लूचक,गोरैया स्थान, ग्रामीण क्षेत्रों में लखनी बिगहा, आदमपुर,मखदुमपुर, आशोपुर, लेखा नगर,ऊर्जा नगर, जज कॉलोनी, नासरीचक, सरारी, जमालुद्दीनचक,नयनचक आदि गांवों व मोहल्लों में अभी मुख्य मार्ग पर लगे पोलों से एक सौ से दो सौ मीटर से अधिक दूरी तक उपभोक्ताओं के घरों तक बांस-बल्ले डाल कर बिजली पहुंचायी जा रही है.
आदमपुर के ललित साह ,लखनी बिगहा के गणेश कुमार सिन्हा, मखदुमपुर के सोनू कुमार, शेखर कुमार, अशोक राय आदि ने बताया कि बांस-बल्ले के सहारे तार खींच कर घरों में बिजली जलाते हैं, जिससे बरसात के मौसम में घरों में करेंट आ जाता है. साथ ही फॉल्ट होने पर तार में आग लग जाती है. इससे बिजली तो बाधित होती है.
बार-बार बदलना पड़ता है नया तार
साथ ही उपभोक्ताओं को नया तार बदलना पड़ता है. इस कारण उन्हें आर्थिक रूप से क्षति उठानी पड़ती है़
राजेश राय, दीपक पासवान,कालू, प्रशांत,अयोध्या सिंह आदि ने बताया कि समस्या को लेकर विभागीय अधिकारियों से शिकायत भी की , तो केवल आश्वासन देकर की टरका दिया जाता है. वर्षों बाद भी बांस- बल्ले के सहारे बिजली जला रहे हैं.
जल्द होगा समस्या का समाधान
इस संबंध में कार्यपालक अभियंता ने बताया कि कई मुहल्लों व गांवों में पोल के साथ केबल लगाया गया है. बचे सभी स्थानों का सर्वे का काम चल रहा है. जल्द ही पोल व केबल का काम किया जायेगा. इन कामों के हाेते ही बांस- बल्लों को हटा दिया जायेगा और पोल से विद्युत आपूर्ति होगी़