पटना/सहरसा : कोसी नदी का जल स्तर बढ़ गया है और बाढ़ का पानी पूरे क्षेत्र में फैल गया. मानसी-सहरसा रेलखंड पर फनगो हॉल्ट के पास कोसी नदी के बढ़ते दबाव व जारी कटाव को देखते तीन दिनों के लिए इस खंड पर ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया है. सहरसा-मानसी रेलखंड पर शनिवार की देर रात दुबारा निरीक्षण करने के बाद डीआरएम सुधांशु शर्मा ने यह घोषणा की.
स्थिति ठीक रही, तो तीन दिनों बाद इस रेलखंड से ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा. इसके कारण विभिन्न रूट के दर्जन भर से अधिक ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया गया है. 18698 कोसी एक्सप्रेस पटना जंकशन से पूर्णिया कोर्ट तक, 12567 राज्यरानी एक्सप्रेस पटना जंकशन से सहरसा तक और 13206 ट्रेन दानापुर जंकशन से भाया पाटलिपुत्र जंकशन होते हुए सहरसा तक जाती है. इन तीनों ट्रेनों की अप व डाउन सेवा अगले तीन दिनों तक रद्द किया गया है. बाढ़ की पानी के तेज बहाव होने के कारण पूर्व मध्य रेल ने विभिन्न रूटों की 16 ट्रेनों के परिचालन रद्द किया है.
इनमें विभिन्न रूटों की मेल, एक्सप्रेस, इंटरसिटी और पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं. इनमें 15283 सहरसा-जयनगर, 12204 व 12203 सहरसा-अमृतसर-सहरसा गरीब रथ, 15204 सहरसा-अमृतसर जनसेवा एक्सप्रेस, 05583 व 05584 भागलपुर-सहरसा-भागलपुर श्रावणी मेला स्पेशल, 55566 समस्तीपुर-सहरसा पैसेंजर, 15531 सहरसा-अमृतसर एक्सप्रेस, 15279 सहरसा-पुरानी दिल्ली एक्सप्रेस सहित कई इंटरसिटी व पैसेंजर ट्रेन रद्द की गयीं हैं. पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अरविंद कुमार रजक ने कहा कि मानसी-सहरसा रेलखंड में कोपरिया व धमारा के बीच कोसी की पानी के तेज धारा का प्रवाह हो रहा है. इससे इस रूट से गुजरने वाली ट्रेनों को रद्द किया गया है. ट्रेन की सेवा बहाल होने में तीन दिनों का समय लगेगा, जिससे अगले तीन दिनों तक ट्रेन रद्द किया गया है.
सीएम ने राहत कार्य तेज करने का दिया निर्देश
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अधिकारियों से उत्तर बिहार में आयी बाढ़ से निबटने के लिए अब तक की गयी तैयारियों की जानकारी ली. उन्होंने बाढ़ग्रस्त जिलों के डीएम और प्रमंडलीय आयुक्त को राहत व बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया. सात जिलों में कोसी समेत अन्य नदियों की बाढ़ की चपेट से 300 से अधिक गांव आ चुके हैं. 2.78 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के पानी में डूबने से सुपौल व अररिया में चार लोगों की मौत हो चुकी है. आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रविवार तक पूर्णिया के तीन प्रखंडों के 182 गावों में बाढ़ का पानी फैल गया. अररिया के 90, सुपौल के 30, मधेपुरा के 37 गांवों समेत दरभंगा का एक प्रखंड व कटिहार, किशनगंज के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि बाढ़ग्रस्त जिलों की स्थिति पर नजर रखा जा रहा है.