पटना : पटना में कल से आयोजित होने वाले ब्रिक्स नीति नियोजन वार्ता के तहत आतंकवाद सहित अन्य मुद्दों पर विचार किया जायेगा. विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव नीति, नियोजन और वार्ता, संतोष झा ने आज यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि कल पटना में एक दिवसीय ब्रिक्स नीति नियोजन वार्ता का आयोजन किया जा रहा है जिसमें ब्रिक्स देशों :ब्राजील, भारत, चीन, रूस और दक्षिण अफ्रीका: के प्रतिनिधि वैश्विक मुद्दों के साथ आपसी हित के मुद्दों पर विस्तृत रूप से चर्चा करेंगे.
आतंकवाद पर होगी चर्चा
उन्होंने बताया कि आतंकवाद का मुद्दा भारत के लिए उच्च प्राथमिकता का मुद्दा है. आतंकवाद उन मुद्दों में से एक है जिस पर ब्रिक्स बैठक में चर्चा की जायेगी. यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तान के जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों को समर्थन दिए जाने की चर्चा भी इस बैठक में की जाएगी झा ने कहा कि क्या यह संभव है कि भारत एक बैठक में हिस्सा ले और वह आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा न करे. इस पर निश्चित रूप से चर्चा की जायेगी.
विदेश नीति के सभी मुद्दों पर चर्चा
पटना में यह बैठक आगामी अक्तूबर में गोवा में होने ब्रिक्स सम्मेलन की तैयारी का एक हिस्सा है. बैठक के दौरान दक्षिण चीन सागर मुद्दे की चर्चा के बारे में पूछे जाने पर झा ने कहा कि यह भी निश्चित तौर पर विश्व का हिस्सा है और बैठक में हर मुद्दे पर चर्चा होगी पर वार्ता इस पर केंद्रित नहीं होगी. झा ने स्पष्ट किया कि विदेश नीति में सभी तरह के मुद्दे आते हैं, न कि यह किसी एक विशेष मुद्दे पर केंद्रित होता है.
राष्ट्रीय प्राथमिकता के विषयों पर होगी चर्चा
कल आयोजित होने वाली इस बैठक में प्रतिनिधियों द्वारा सदस्य देशों के समक्ष क्या-क्या चुनौतियां और अवसर उपलब्ध हैं, वैश्विक स्तर पर हो रहे बदलाव से कैसे लाभ उठाया जाये, किस प्रकार से भारत के हितों की रक्षा हो और उनकी क्या-क्या प्राथमिकताएं हैं, इस पर चर्चा की जायेगी. बैठक के दौरान वर्तमान क्षेत्रीय परिस्थिति यथा संबंधित देश के पड़ोस में और सदस्य देशों की राष्ट्रीय प्राथमिकता का कैसेशामिल हो, इस पर भी विचार-विमर्श किया जायेगा. झा ने बताया कि ब्रिक्स 2016 का अध्यक्ष होने के नाते भारत यह वार्ता वर्ष 2015 में रूस की अध्यक्षता में शुरू की गयी पहल की अगली कड़ी के क्रम में है जिसके लिए इस साल का विषय वस्तु उत्तरदायित्वता का निर्माण, सम्मिलित तथा सामूहिक निराकरण है. उन्होंने कहा कि ब्रिक्स विश्व की 5 बड़ी आर्थिक महाशक्तियों का प्रतिनिधित्व करता है जिनका विश्व व्यापार में 17 प्रतिशत तथा विश्व जीडीपी में 37 प्रतिशत हिस्सेदारी है. हमारे इन देशों में विश्व जनसंख्या की कुल 43 प्रतिशत जनता निवास करती है.
पटना में पहली बार हो रहा है आयोजन
झा ने बताया कि विदेश मंत्रालय द्वारा विदेश नीति नियोजन से संबंधित इस तरह का आयोजन पटना में पहली बार किया जा रहा है. उन्होंने मंत्रालयी, वरिष्ठ अधिकारियों, कामकाजी समूह, तकनीकी स्तर आदि विभिन्न प्रकार की 95 बैठकें भारत की अध्यक्षता में होनी है ताकि पूरे भारत में ब्रिक्स की छाप हो तथा आम जनता में ब्रिक्स के प्रति जागरूकता बढ़ायी जा सके.
आपसी संबंधों को प्राथमिकता
झा ने बताया कि बताया कि ब्रिक्स को जन केंद्रित बनाने के लिए जनता के बीच आपसी संबंधों को बढ़ावा देना, भारत की प्राथमिकता होगी. हमारे अध्यक्षीय समय में कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित करने का प्रस्ताव है जिसमें ब्रिक्स अंडर 17 फुटबाल प्रतियोगिता, युवा महोत्सव, युवा राजनयिक मंच, युवा वैज्ञानिक सम्मेलन, फिल्म महोत्सव, नगरीय मंच, स्मार्ट सिटी कार्यशाला, फ्रेंडशिप सिटी सम्मेलन, स्थानीय निकायों का सम्मेलन, पर्यटन सम्मेलन, स्वास्थ्य सम्मेलन, डिजिटल सम्मेलन आदि शामिल हैं.
मुख्यमंत्री और राज्यपाल से हुई मुलाकात
उन्होंने बताया कि ब्रिक्स प्रतिनिधिमंडल की एक बैठक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आज निर्धारित है और यह कल राज्यपाल रामनाथ कोविंद से मिलेगा. झा ने बताया कि ब्रिक्स प्रतिनिधिमंडल के कुछ सदस्यों ने नालंदा जिला के राजगीर भी जाने की इच्छा व्यक्त की है. ब्रिक्स के इस विशिष्ट विदेशी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ब्राजील देश के लिए माइकल आर्सलनियन नेटो :ब्राजील नीति नियोजन के उपाध्यक्ष:, रूस के लिए ओलेग स्टेपानोव :रुस नीति नियोजन के अध्यक्ष:, भारत के लिए संतोष झा :भारतीय निति नियोजन एवं अनुसंधान के संयुक्त सचिव:, चीन के लिए वाड वेनबिन :चीन नीति नियोजन के कार्यवाहक महानिदेशक: तथा दक्षिण अफ्रीका के लिए डेविड मलकोमसोन :दक्षिण अफ्रीका के क्षेत्रीय संगठनों के मुख्य निदेशक: करेंगे.