शराब के साथ पकड़ाया सेना का जवान, जीआरपी ने छोड़ा
मसौढ़ी : पटना-गया रेलखंड के तारेगना स्टेशन पर रविवार की देर शाम जीआरपी (पीपी) ने एक सेना के जवान को आठ बोतल अंगरेजी शराब के साथ उस वक्त दबोच लिया, जब वह ट्रेन से उतर कर प्लेटफॉर्म पर मौजूद जीआरपी से नजर छुपा कर बाहर निकलने का प्रयास कर रहा था. बाद में उसे शराब […]
मसौढ़ी : पटना-गया रेलखंड के तारेगना स्टेशन पर रविवार की देर शाम जीआरपी (पीपी) ने एक सेना के जवान को आठ बोतल अंगरेजी शराब के साथ उस वक्त दबोच लिया, जब वह ट्रेन से उतर कर प्लेटफॉर्म पर मौजूद जीआरपी से नजर छुपा कर बाहर निकलने का प्रयास कर रहा था.
बाद में उसे शराब के साथ पुलिस थाने पर लायी और पूछताछ की, तो उसने अपने आप को सेना का जवान (असम राइफल) बताया. अंतत : चार घंटे के मैराथन प्रयास के बाद जीआरपी (पीपी) तारेगना ने नियम को ताक पर रख शराब के साथ जवान को छोड़ दिया. इस दौरान इतनी गोपनीयता बरती गयी कि इसकी जानकारी थाने में मौजूद कुछ कर्मचारियों को छोड़ किसी को नहीं होने दी गयी. जहानाबाद के काको थाना क्षेत्र के बरारी निवासी असम राइफल का जवान गुंजन कुमार छुट्टी में घर आ रहा था.
आने के दौरान ही वह कैंटीन से आॅफिसर्स च्वाइस का 750 एमबीएएल का आठ बोतल अंगरेजी शराब साथ लेकर आ रहा था. रात हो जाने की वजह से वह घर न जाकर अपने ससुराल मसौढ़ी के सरवां गांव जाने के लिए तारेगना स्टेशन पर उतर गया. लेकिन, जीआरपी ने उसे शराब के बोतल के साथ पकड़ लिया.
जवान ने कहा, कैंटीन से लेकर आ रहा था शराब : इस संबंध में सोमवार की सुबह थाने में मौजूद गुंजन ने बताया कि छुट्टी में घर आ रहे थे. आते वक्त नौ बोतल शराब लिया था. वहीं जीआरपी के थानाध्यक्ष ने कहा कि जवान के पास से आठ बोतल शराब बरामद हुई थी. उक्त शराब से संबंधित कागजात उसके पास मौजूद थे.
शराब व सुपारी बरामद : पटना. आरपीएफ ने 13507 आसनसोल-गोंडा एक्सप्रेस में जांच के दौरान शराब से भरी 18 बोतलों को बरामद किया. वहीं रक्सौल-समस्तीपुर डेमू सवारी गाड़ी में छापेमारी कर सवा लाख के 95 किलो इलायची व 30 किलो सुपारी जब्त किये. उधर ट्रेन में आठ बच्चों को छुड़ा कर प्रयास संस्था को सौंपा गया.
जीआरपी तारेगना ने पकड़े गये सेना के जवान को छोड़ा है, जो बिल्कुल गलत है. शराब लेकर चलना भी गैरकानूनी है. आये दिन ऐसे कई मामले आये हैं, जिसमें पकड़ कर जेल भेजा जा रहा है. तारेगना प्रभारी से इस संबंध में पूछा जा रहा है कि किन परिस्थिति में पकड़ने के बाद छोड़ा गया.
जितेंद्र मिश्रा, अधीक्षक, रेल पुलिस