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बिहार में रेप की घटनाओं में 29 प्रतिशत की वृद्धि : मोदी

पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी शराबबंदी के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार का यह दावा पूरी तरह गलत है कि शराबबंदी से अपराध में कमी आयी है. शराबबंदी के हम भी पक्षधर है लेकिन यह सरकार के तालिबानी कानून से नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2016 5:39 PM

पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी शराबबंदी के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार का यह दावा पूरी तरह गलत है कि शराबबंदी से अपराध में कमी आयी है. शराबबंदी के हम भी पक्षधर है लेकिन यह सरकार के तालिबानी कानून से नहीं सामाजिक जागरूकता से आयेगी. मोदी ने तो यहां तक कहा कि नीतीश कुमार उत्पाद विभाग के प्रधान सचिव के के पाठक के प्रभाव में सरकार चला रहे हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.

अपराध में कोई कमी नहीं-मोदी

सुशील मोदी ने कहा कि राज्य सरकार लगातार दावा करती रही है कि शराबबंदी के बाद अपराध में भारी कमी आयी है लेकिन मई के अपराध के जो सरकारी आंकड़े हैं, वह सरकार के दावे को झूठा बता रही है. अप्रैल की तुलना में संज्ञेय अपराध में मई में 13.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. अप्रैल में 14279 मामले प्रतिवेदित हुए थे. मई में यह बढ़कर 16208 हो गया. हत्या के आंकड़ों में भी 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई. अप्रैल में 192 हत्या हुई जो मई में बढ़कर 209 हो गयी. लूट की घटना अप्रैल में 100 थी जो मई में बढ़कर 154 हो गयी.

अपहरण ने रिकार्ड तोड़ा-मोदी

अपहरण की घटनाओं ने पिछले 5 माह का रिकार्ड तोड़ दिया है. मई में 638 घटना हुई जबकि जनवरी में 581, फरवरी में 585 मार्च में 590 अप्रैल 599 अपहरण के मामले दर्ज हुए. बलात्कार की घटनाओं में 29 प्रतिशत की वृद्धि . अप्रैल में 61 बलात्कारकी घटनाएं हुई, जो मई में बढ़कर 79 हो गयी. मार्ग लूट में भी पिछले 5 माह की सर्वाधिक घटनाएं मई में हुई है. अप्रैल में जहां 73घटना हुई वहीं मई में बढ़कर 127 हो गयी.

अवैध शराब के कारोबार में कमी नहीं

नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि 10 वर्षों तक सरकार ने शराब की आदत लगवायी और अब तालिबानी कानून बनाकर रातों रात उसे बंद करना चाहती है. अवैध शराब के कारोबार में कोई खास कमी नहीं आयी है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि जब हत्या और बलात्कार के मामले में घर के सारे लोग जिम्मेवार नहीं माने जा सकते है तो क्या केवल शराब मिलने पर सभी वयस्कों को जिम्मेवार ठहराना उचित होगा ?

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