दिसंबर में खत्म हो जायेगा वर्तमान काउंसेलरों का कार्यकाल
पटना : महिलाओं को हिंसा से निजात दिलाने के लिए अनुमंडल स्तर पर थानों में स्पेशल सेल का गठन किया जाना था. लेकिन, एक वर्ष बाद भी अब तक थानों में स्पेशल सेल का गठन नहीं हो सका हैं.
इससे अब भी महिलाएं थानों की पहुंच से दूर है. महिला विकास निगम की ओर से 2015 में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्पेशल सेल को प्रदेश के 112 अनुमंडलों में स्थापित किये जाने की घोषणा की गयी थी. लेकिन, अब तक इसकी स्थापना अनुमंडल स्तर पर नहीं हो सकी है.
स्वस्थ परियोजना का कार्यकाल दिसंबर में खत्म: 23 थानों में गठित स्पेशल सेल दिसंबर में स्वत: समाप्त कर दिये जायेंगे. क्याेंकि, डीएफआइडी संपोषित स्वस्थ परियोजना का कार्यकाल इस वर्ष दिसंबर में समाप्त हो जायेगा. इसके समाप्त होते ही 23 थानों में स्पेशल सेल का कार्यकाल भी समाप्त हो जायेगा. ऐसे में एक वर्ष पूर्व हुए घोषणा के बाद भी अब तक अनुमंडल स्तर पर स्पेशल सेल का गठन नहीं हो सका और अब पूर्व में चल रहे सेल भी दिसंबर के बाद स्वत: समाप्त हो जायेंगे.
22 काउंसेलरों के सहारे 23 थाने
वर्ष 2014 में ब्रिटिश संस्था डीएफआइडी संपोषित कार्यक्रम ‘ स्वस्थ ‘ की ओर से गृह विभाग के साथ मिल कर 23 पुलिस थानों में स्पेशल सेल का गठन किया गया था. सेल का गठन फर्स्ट रेफरल यूनिट के रूप में किया गया था, जिसके तहत थानों में आने वाली महिलाओं के पारिवारिक मामलों का निबटारा किया जाना था. इसके लिए 23 महिला काउंसेलरों की नियुक्ति भी की गयी थी.
उन्हें कानूनी और घरेलू हिंसा की ट्रेनिंग के बाद पटना के 23 थानों में नियुक्त किया गया था. लेकिन, कुछ महीने बाद शास्त्री नगर थाने की महिला काउंसेलर ने इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद दो साल से यह पद रिक्त है. सचिवालय थाने की काउंसेलर की मदद से यहां काम चलाया जा रहा है. इससे पीड़िताओं को लंबा इंतजार करना पड़ता है.
सचिवालय थाने में पिछले दो वर्ष में कुल 69 मामले दर्ज किये गये. वहीं, शास्त्री नगर थाने में इसकी संख्या 54 रहीं. क्योंकि, इन थानों में काम करनेवाली काउंसेलर एक है. तीन-तीन दिन के अंतराल पर काउंसेलर दोनों थानों में मामलों की काउंसेलिंग करती है.