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चार से 22 घंटे तक विलंब से पटना पहुंचीं कई ट्रेनें बक्सर रेल दुर्घटना के साइड इफेक्ट पटना : मुगलसराय-पटना रेलखंड पर 24 घंटे में 93 ट्रेनों का परिचालन होता है. यह ट्रेनें पटना जंकशन व राजेंद्र नगर टर्मिनल के साथ-साथ भागलपुर, डिब्रूगढ़, हावड़ा, कामख्या आदि को जानेवाली ट्रेनें है. इनमें 90 प्रतिशत ट्रेनों का […]
चार से 22 घंटे तक विलंब से पटना पहुंचीं कई ट्रेनें
बक्सर रेल दुर्घटना के साइड इफेक्ट
पटना : मुगलसराय-पटना रेलखंड पर 24 घंटे में 93 ट्रेनों का परिचालन होता है. यह ट्रेनें पटना जंकशन व राजेंद्र नगर टर्मिनल के साथ-साथ भागलपुर, डिब्रूगढ़, हावड़ा, कामख्या आदि को जानेवाली ट्रेनें है.
इनमें 90 प्रतिशत ट्रेनों का परिचालन मंगलवार को अस्त-व्यस्त रहा. इसका कारण सोमवार की रात्रि में बक्सर-वरुणा के बीच पंजाब मेल के इंजन के पहिया का पटरी से उतर जाना था. इससे रात्रि दस बजे के बाद से मंगलवार की सुबह तक ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया. इससे पटना पहुंचने वाली ट्रेनें चार घंटे से लेकर 22 घंटे तक विलंब से पहुंची.
इससे सुबह से लेकर शाम तक यात्री परेशान रहे. इतना ही नहीं, शाम में दिल्ली, बेंगलुरु, जम्मू और अहमदाबाद जानेवाले यात्री भी परेशान दिखे.
सुबह की ट्रेन शाम को गयी : गांड़ी संख्या 12355 अर्चना एक्स राजेंद्र नगर से जम्मूतवी तक जाती है. यह ट्रेन सुबह 7:05 बजे राजेंद्र नगर टर्मिनल से खुलती है. लेकिन, मंगलवार को 13 घंटे विलंब से शाम आठ बजे राजेंद्र नगर से खुली. स्थित यह थी कि लोगों को प्लेटफॉर्म पर बैठने की जगह तक नहीं मिल रही थी
पटना : घटना को लेकर दानापुर रेल मंडल के डीआरएम आरके झा के निर्देश पर जांच टीम गठित की गयी है. जांच टीम का नेतृत्व सीनियर डीएसओ गंगा प्रसाद मंडल करेंगे. इसके साथ ही जांच टीम में सीनियर डीएनइ और डीइ सहित कई अधिकारियों को शामिल किया गया है.
जांच टीम मंगलवार को घटना स्थल पर पहुंची और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. मामले में डीआएम के निर्देश पर लापरवाही बरतने के आरोप में पीडब्ल्यूआइ पारस को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही बक्सर स्टेशन के अधिकारियों, स्थानीय लोगों व ट्रेन में सवार यात्रियों से पूछताछ की गयी है. डीआरएम आरके झा ने बताया कि टीम को दो दिनों में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है.