अनुसंधान में आयी बात. न बच्चे का चला पता, न ससुराल वाले ही पकड़ाये
पटना : पत्रकार नगर थाने के कांटी फैक्टरी रोड में बैंक अाॅफ बड़ौदा की पीओ चारुलता मऊआर (32) की पहले जम कर पिटाई की गयी थी और फिर उसकी धारदार हथियार से गला रेत दिया गया था.
शरीर पर पीटने के निशान व गले में कटे के निशान मिलने पर प्रथम दृष्टया इस बात की पुष्टि हुई है. पत्रकार नगर पुलिस ने चारुलता की हत्या में प्रयुक्त हथियार को खोजने के लिए घर का कोना-कोना छान मारा, लेकिन सफलता नहीं मिली. उधर घटना के गम में चारु की मां बीमार पड़ गयी है. होश आने पर बेटी को याद कर रोती रहती है.
दूसरी ओर मंगलवार को एफएसएल की टीम ने भी घटनास्थल की जांच की और खून के नमूने उठाये. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया है. पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. इससे हत्या के संबंध में और भी विस्तार से जानकारी मिल सकती है.
सिटी एसपी मध्य सह पूर्वी चंदन कुमार कुशवाहा ने बताया कि पत्रकार नगर थाने में पति मृत्युंजय देव साकेत, ससुर अनिल कुमार, सास चंचला देवी, देवर डाॅ सूर्यप्रकाश व ननद के खिलाफ दहेज हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. सभी फरार हैं. मृत्युंजय का पैतृक आवास पश्चिम चंपारण के बेतिया में है और पत्रकार नगर पुलिस की एक टीम वहां रवाना हो गयी है.
शादी के बाद मांगे थे 15 लाख, दिये थे दो लाख
दवा व्यवसायी मृत्युंजय देव साकेत व सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के महेंद्रु मुबारक लेन निवासी चारुलता की शादी 2012 में हुई थी और उन दोनों से एक ढाई साल का बेटा अमृत राज है.
चारुलता की मां सरिता मऊआर ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी में 20 लाख रुपये दिये थे. इसके बाद भी ससुरालवालों ने और 15 लाख मांगे थे. इस पर उन्हें दो लाख दिये गये. फिर भी ससुराल की ओर से पैसे की मांग होता रहा. वहीं पति मृत्युंजय चारुलता को ऑफिस के अलावा कहीं भी नहीं जाने देता था. हमेशा मारपीट करता था.
चारुलता के गुम होने की ससुर ने दी थी जानकारी
बताया जाता है कि जम्मू में बैंक मैनेजर व ससुर अनिल कुमार ने फोन कर चारुलता के परिजनों को उसके गुम होने की जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था कि चारुलता तीन दिनों से घर नहीं लौटी है और उसका फोन भी स्विच ऑफ आ रहा है. इस जानकारी मिलने के बाद चारुलता के परिजन कांटी फैक्टरी रोड स्थित आवास पर पहुंचे थे और फिर घटना की जानकारी मिली थी. शव से बदबू आ रही थी, जिससे यह स्पष्ट था कि उसकी हत्या तीन-चार दिन पहले ही कर दी गयी थी. आवास पर कोई नहीं था और ढाई साल के बेटे को लेकर मृत्युंजय फरार हो गया था.
घर में कौन-कौन थे, ली जा रही जानकारी
पुलिस ने इस मामले में अनुसंधान शुरू कर दिया है. पुलिस इस बात की जानकारी ले रही है कि घटना के समय घर में कौन-कौन लोग मौजूद थे. इसके लिए तमाम नामजद आरोपितों के मोबाइल नंबर को प्राप्त कर उसका सीडीआर निकाला जा रहा है. इससे यह स्पष्ट हो जायेगा कि कौन कहां थे और उन लोगों के किस-किस मोबाइल नंबर पर बात हुई थी.
मालूम हो कि चारुलता की अंतिम बार उसकी मां से शुक्रवार को बात हुई थी. उसके बाद से मोबाइल का स्विच ऑफ हो गया. गौरतलब है कि चारु के पिता अमित मऊआर की बीमारी से मृत्यु हो चुकी है.
बेटे के लालन-पालन के लिए बनी थी बैंक पीओ
पटना. चारुलता पढ़ने में काफी तेज थी और 2012 में उसकी शादी मृत्युंजय देव से कर दी गयी. उसे एक बेटा अमृत राज हुआ. उसने ससुराल के रवैये को देखते हुए बच्चे के लालन-पालन के लिए पढ़ाई-लिखाई नहीं छोड़ी और बैंक पीओ की परीक्षा निकाली.
चारु ने अपने बच्चे को ननिहाल में छोड़ दिया और फिर नौ माह की ट्रेनिंग में बेंगलुरु चली गयी थी. छह माह पहले ही वहां से ट्रेनिंग कर वापस लौटी थी. फिर बोरिंग रोड के बैंक ऑफ बड़ौदा में उसकी पहली पोस्टिंग हुई. चारु का एक भाई कुमार हर्ष पुणे में लॉ की पढ़ाई कर रहा है और वह भी जानकारी मिलने पर पटना आया है.