पटना: ट्रैफिक एसपी राजीव मिश्र ने कहा कि पीक आवर (सुबह नौ से 11 बजे और शाम पांच से सात बजे तक) में अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जायेगी, ताकि जाम की स्थिति न बने. ऑफिस निकलने व वहां से लौटने के क्रम में अचानक वाहनों की संख्या में इजाफा हो जाता है, जिसके कारण समस्या उत्पन्न हो जाती है. विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि यह समस्या पटना ही नहीं, देश के कई शहरों में है.
उन्होंने कई शहरों की ट्रैफिक व्यवस्था को अपनी आंखों से देखा है. वहां की व्यवस्था को भी यहां लागू करने का प्रयास किया जायेगा. उन्होंने कहा कि लोगों में ट्रैफिक सेंस की कमी के साथ ही जवानों में प्रशिक्षण की कमी है. जवानों को प्रशिक्षित करने के साथ ही लोगों में ट्रैफिक सेंस की जागरूकता के लिए एनजीओ व संबंधित विभागों से मदद ली जायेगी. इससे पहले उन्होंने वर्तमान ट्रैफिक एसपी सह सिटी एसपी जयंत कांत ने उन्हें पदभार सौंपा. उनके पदभार ग्रहण करते ही पटना को काफी समय बाद ट्रैफिक एसपी मिल गया. पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने ट्रैफिक डीएसपी प्रथम राजवंश सिंह, ट्रैफिक डीएसपी द्वितीय विजय कुमार, ट्रैफिक डीएसपी तृतीय एनएम झा व मेजर अनिल कुमार के साथ ट्रैफिक की समस्या पर चर्चा की.
मदद नहीं करते अन्य विभाग
यह बात भी उठी कि कोई भी विभाग ट्रैफिक पुलिस को मदद नहीं करता है. हाल में ट्रैफिक पुलिस ने तमाम जगहों पर जेबरा क्रॉसिंग बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा था. लेकिन, विभाग की ओर से जवाब आया कि उनके पास फंड नहीं है. ट्रैफिक एसपी उस समय आश्चर्यचकित हो गये, जब उन्होंने पटना यातायात पुलिस में तैनात अधिकारियों व जवानों की संख्या देखी. इतने बड़े शहर में यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए काफी कम संख्या में पुलिसकर्मी हैं. बैठक के बाद ट्रैफिक एसपी ने शहर का भ्रमण किया.