महिला बैंक पीओ हत्याकांड : दूसरों से चैटिंग करने पर खफा पति ने की हत्या
हत्याकांड सुलझा. बैंक पीओ पत्नी का हत्यारा मृत्युंजय एयरपोर्ट पर गिरफ्तार, स्वीकारी हत्या की बात पटना : पत्रकार नगर थाने के कांटी फैैक्टरी रोड में हुई बैंक पीओ चारुलता मउआर की हत्या में फरार पति दवा व्यवसायी मृत्युंजय देव साकेत को पुलिस ने एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया है. मृत्युंजय ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार […]
हत्याकांड सुलझा. बैंक पीओ पत्नी का हत्यारा मृत्युंजय एयरपोर्ट पर गिरफ्तार, स्वीकारी हत्या की बात
पटना : पत्रकार नगर थाने के कांटी फैैक्टरी रोड में हुई बैंक पीओ चारुलता मउआर की हत्या में फरार पति दवा व्यवसायी मृत्युंजय देव साकेत को पुलिस ने एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया है. मृत्युंजय ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है.
उसने बताया कि वह पत्नी के बदले व्यवहार से काफी गुस्से में था और धीरे-धीरे हीन भावना से ग्रसित हो गया. इसके बाद उसने गुस्से में पत्नी की गला दबा कर हत्या कर दी. उसके शव को टुकड़े-टुकड़े कर बोरे में बंद कर ठिकाने लगाने की साजिश थी, लेकिन हिम्मत जवाब दे गयी. एक दिन शव के साथ रहा, फिर अगले दिन मोतिहारी मां के पास गया और फिर वहां दिल्ली अपने मामा के घर भाग गया.
पुलिस दबिश और जम्मू में कार्यरत बैंक मैनेजर पिता अनिल कुमार व अन्य परिजनों के दबाव के बाद मृत्युंजय ने सरेंडर करने की ठानी और हवाई जहाज से दिल्ली से पटना चला आया. लेकिन, इसकी भनक पुलिस को लग गयी और एयरपोर्ट पर उसे पकड़ लिया. इस संबंध में एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि पति ने हत्या करने की बात स्वीकार ली है. शुक्रवार को उसे जेल भेज दिया
जायेगा. पुलिस का कहना है कि वह ड्रग्स लेता था. मालूम हो कि शनिवार को ही चारु की हत्या कर दी गयी थी और सोमवार को शव मिला था. शव के साथ एक रात बिताया, सुबह पति मोतिहारी गया, फिर दिल्ली चला गया
2015 में ही चैटिंग देख हुआ था शक
मृत्युंजय ने बताया कि 2015 में ही पत्नी के फेसबुक पर दूसरे से चैटिंग करने की जानकारी मिल गयी थी. उस समय उसकी पत्नी बेंगलुरु में ट्रेनिंग ले रही थी. फेसबुक पर उसने जो चैटिंग में बातें देखी, उससे पूरी तरह शक हो गया कि उसकी पत्नी का दूसरे से संबंध है. मृत्युंजय का कहना है कि नौ माह की ट्रेनिंग के बाद जब वहां से लौटी, तो उसके व्यवहार में काफी बदलाव था. इससे उसका शक पुख्ता होने लगा. उसने बताया कि पत्नी ने मन्नत मांगी थी कि उसकी जब ज्वाइनिंग हो जायेगी, तो वह प्रसाद चढ़ाने के लिए महावीर मंदिर चलेंगे.
हत्यारा पति ने दहेज की बात को झूठ बताया, कहा- कभी नहीं मांगा पैसा
मृत्युंजय ने दहेज के आरोप को गलत बताया और कहा कि उसने और उसके पूरे परिवार ने पैसे से लेकर उसे कभी किसी चीज की कमी नहीं होने दी. वह जब बेंगलुरु में ट्रेनिंग ले रही थी, तो वहां भी पैसे हमलोग भेजते थे. उसने जो कार व बाइक ली थी, सभी ने समझा था कि उसे ससुराल वालों ने दिया था, लेकिन उसने लोन पर लिया था और उसके पूरे कागजात मौजूद हैं.
ऑस्ट्रेलिया गया था पढ़ने, नहीं की पूरी पढ़ाई : मृत्युंजय देव आस्ट्रेलिया में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई करने गया था, लेकिन उसने पढ़ाई पूरी नहीं की. इसके बाद उसने दवा का व्यवसाय किया, लेकिन नहीं चला. इसी दौरान उसकी शादी 2012 में चारुलता से हो गयी. चारुलता की पढ़ाई में मदद करने लगा. मृत्युंजय का कहना है कि पत्नी की नौकरी लगने के बाद वह काफी खुश था.
मंदिर से शुरू हो गयी थी नोक-झोंक
मृत्युंजय के अनुसार 23 जुलाई शनिवार को वे लोग स्टेशन रोड स्थित महावीर मंदिर में प्रसाद चढ़ाने गये थे, लेकिन वहां भी चारु किसी से मोबाइल पर बात करने में मशगूल थी. उससे जब पूछा कि किसका फोन था, तो उसने बताया कि मां का. लेकिन जब मैंने मोबाइल नंबर भी देखा, तो वह उसकी मां का नंबर नहीं था. जब उससे पूछा तो वह यह कह कर निकल गयी कि इससे आप को क्या मतलब है.
इस मामले को लेकर महावीर मंदिर में भी नोक-झोंक हुई और घर के अंदर घुसने के क्रम में भी फोन आया और फिर वह फोन में मशगूल हो गयी. इस के बाद उसने अपनी पत्नी को कहा कि वह खाना बनाये, तो उसने जवाब दिया कि आज खाना नहीं बनेगा. इस बात पर विवाद बढ़ गया. फिर गुस्से में उसने पत्नी की हत्या कर दी. घटना के समय घर में केवल पति-पत्नी ही मौजूद थे. मृत्युंजय की मां चंचला देवी बच्चे को लेकर 14 जुलाई को ही मोतिहारी चली गयी थी. वहीं पिता अनिल कुमार जम्मू में थे.