उत्तर बिहार के चार जिलों में भेजे गये 1500-1500 ड्राइ-फूड पैकेट्स
पटना : नेपाल की तराई क्षेत्र में भारी बारिश से उत्तर बिहार के 12 जिलों में बाढ़ आ गयी है, जहां एनडीआरएफ की टीम भेजी गयी है. मुजफ्फरपुर में बागमती, मधुबनी में कमला-बलान, खगड़िया में कोसी और पूर्णिया-कटिहार में महानंदा शनिवार को खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी.
बाढ़ से अब-तक 12 जिलों के 60 प्रखंडों की 554 पंचायतों में 3.39 लाख हेक्टेयर लगी फसल डूब गयी हैं. बाढ़ में आब-तक अररिया, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, मधेपुरा और सहरसा में 26 लोग मरे हैं, जबकि दो पशुओं की मौत हुई है. बाढ़ से निपटने और राहत कार्य चलाने के लिए सुपौल, गौपालगंज, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और पटना के दीदारगंज में एनडीआरएफ की टीम लगायी गयी हैं. खगड़िया, सीतामढ़ी, पूर्णिया, भागलपुर, मधुबनी और मधेपुरा में भी एनडीआरएफ की एक-एक टीम भेजी गयी है. इन सबके अलावा मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सहरसा और मधेपुरा के बाढ़ प्रभावित जिलों में 1500-1500 ड्राई-फूड पैकेट्स भी भेजे गये हैं. इसके अलावा पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी और शिवहर में 20 हजार पॉलिथीन सिट्स भी भेजे गये हैं.
भागलपुर : दिखने लगा तबाही का मंजर, बचाव कार्य तेज
नदियों का जल स्तर धीरे-धीरे कम होने लगा है. नदियों के जल स्तर में कमी होने से पानी घटने लगा है. हालांकि महानंदा, परमान और पश्चिमी कनकई नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. पानी घटने से जल जनित बीमारियों से निबटने के लिए बचाव और राहत कार्य तेज कर दिये गये हैं. विभिन्न जगहों पर मेडिकल टीम नियुक्त की गयी है.
कमला उफनाई, रेल पुल तक पहुंचा पानी
मधुबनी. कमला नदी की जद में रेल विभाग भी आ गया है. रेलवे ने अनिश्चित काल के लिए झंझारपुर से संपर्क भंग करते हुए सभी रेल परिचालन बंद कर दिया है. कमला नदी का दबाव रेल सह सड़क कमला पुल पर घंटा दर घंटा बढ़ता ही जा रहा है. नदी का पानी उछल कर पुल के सतह पर पुल के उपरी हिस्से पहुंच रहा है. जिससे रेल सहित बसों व भारी वाहनों का परिचालन खतरे से खाली नहीं है.
सहरसा, मधेपुरा व अररिया में कटाव से कोहराम
पटना : वीरपुर प्रमंडल के पांचों जिलों में दूसरे जिलों में पदस्थापित कार्यपालक और कनीय अभियंताओं को भेजा जा जा रहा है. जल संसाधन विभाग ने शनिवार को पांचों जिलों में 56 कार्यपालक और कनीय अभियंताओं को तत्काल कूच करने का निर्देश जारी किया है. नेपाल से सटे पांचों जिलों में खजौली, झंझारपुर, दरभंगा, बथनाहा, मुरलीगंज, पटना और कटिहार में पदस्थापित छह कार्यपालक और 56 कनीय अभियंताओं को वीरपुर अंचल के विभिन्न बाढ़-कटाव प्रभावित क्षेत्रों में अपना योगदान देने को कहा गया है.