रिचार्ज एकाउंट में डाल लिया पैसा!
पटना: बैंक कर्मचारी, साइबर क्रिमिनल और कुछ मोबाइल दुकानदारों की गंठजोड़ से आम लोगों के बैंक एकाउंट से पैसा उड़ाया जा रहा हैं. खाता धारक को मोबाइल फोन पर उलझा कर हैकर खाते को हैक कर ले रहे हैं. बातचीत के दौरान तकनीकी तौर पर छेड़छाड़ करके ऑनलाइन मोबाइल रिचार्ज एकाउंट में दूसरे के खाते […]
पटना: बैंक कर्मचारी, साइबर क्रिमिनल और कुछ मोबाइल दुकानदारों की गंठजोड़ से आम लोगों के बैंक एकाउंट से पैसा उड़ाया जा रहा हैं. खाता धारक को मोबाइल फोन पर उलझा कर हैकर खाते को हैक कर ले रहे हैं. बातचीत के दौरान तकनीकी तौर पर छेड़छाड़ करके ऑनलाइन मोबाइल रिचार्ज एकाउंट में दूसरे के खाते से पैसा ट्रांसफर कराया जा रहा है. इसमें ट्रांसफर की गयी रकम का 40 प्रतिशत पैसा कैश लेकर दुकानदार साइबर क्रिमिनल को नकद भुगतान कर देते है. कुछ आइटी जानकारों की मानें, तो इसी तरह का खेल शिक्षिका अंजू कुमारी के बैंक एकाउंट से किया गया है.
पता चला है कि उनके खाते से, जो दूसरी बार 4999 रुपये ट्रांसफर किये गये थे, वह एक निजी नेटवर्किंग कंपनी के नंबर पर हुआ है. उसका पॉश नंबर 223177402231774 है तथा बिल डेस्क टीएक्सएन-32149 है. पुलिस मुख्यालय का साइबर सेल मामले की छानबीन कर रहा है. इस तरह के खेल में मोबाइल दुकानदार को भी बड़ा फायदा हो रहा है. जानकारी के मुताबिक मोबाइल दुकानदार टेलीकॉम कंपनी से एक लाख की ऑनलाइन रिचार्ज पर जहां एक से दो प्रतिशत कमीशन प्राप्त करते हैं. वहीं, साइबर क्रिमिनल 40 प्रतिशत का सौदा कर रहे हैं.
शिक्षिका अंजू कुमारी के पति सत्येंद्र कुमार ने बैंकिंग लोकपाल के तहत भारतीय रिजर्व बैंक से पूरे मामले की शिकायत की है. उन्होंने एसबीआइ की अलीपुर तथा फुलवारीशरीफ शाखा (अलीपुर से खाता फुलवारीशरीफ एसबीआइ में ट्रांसफर कराया गया था) की ओर से की गयी लापरवाही को लेकर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने छह बिंदुओं पर जांच की मांग की है.