सख्ती-मुस्तैदी फेल, बढ़ती जा रही ट्रेनों से शराब की तस्करी

पटना : सूबे में पूर्ण शराबबंदी नीति लागू होने के बाद शराब बेचने, खरीदने व पीने पर पाबंदी है. लेकिन, पड़ोसी राज्यों से विदेशी शराब के खेप लगातार आ रहे हैं. इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जीआरपी की टीम प्लेटफॉर्म व ट्रेनों में छापेमारी कर रही है, जिसमें रोजाना लावारिस या फिर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2016 6:04 AM
पटना : सूबे में पूर्ण शराबबंदी नीति लागू होने के बाद शराब बेचने, खरीदने व पीने पर पाबंदी है. लेकिन, पड़ोसी राज्यों से विदेशी शराब के खेप लगातार आ रहे हैं. इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जीआरपी की टीम प्लेटफॉर्म व ट्रेनों में छापेमारी कर रही है, जिसमें रोजाना लावारिस या फिर व्यक्ति के साथ शराब बरामद किये जा रहे हैं.
यह स्थिति सिर्फ पटना जंकशन की ही नहीं है, बल्कि दानापुर, गया, बख्तियारपुर, बाढ़, आसनसोल आदि जगहों से भी शराब बरामद हो रहे हैं.
यूपी, झारखंड और बंगाल से आ रही शराब की खेप : पिछले दस दिनों में गंगा-दामोदर एक्स, नॉर्थ-ईस्ट एक्स, फरक्का एक्स, मुगलसराय-पटना पैसेंजर, गया-पटना पैसेंजर, आसनसोल पैसेंजर, झाझा-पटना पैसेंजर आदि ट्रेनों से शराब बरामद किये जा रहे हैं. इसमें कुछ ट्रेनों में लावारिस स्थिति में शराब बरामद हुए, तो कुछ ट्रेन में व्यक्ति के साथ. शराब के साथ गिरफ्तार व्यक्तियों पर प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है.
कांवरियों के भेष में भी लायी जा रही शराब : हाल के दिनों में जीआरपी ने बाढ़ रेलवे स्टेशन पर दो कांवरियों को शराब के साथ गिरफ्तार किया था. जीआरपी ने सघन जांच अभियान शुरू किया है.
इसके बावजूद धड़ल्ले से शराब की खेप सूबे में आ रही है. इसकी वजह है कि ट्रेन में एक साथ हजारों की संख्या में यात्री सफर करते हैं, ऐसे में एक-एक यात्रियों की तलाशी संभव नहीं है. इस स्थिति में चोरी-छिपे पड़ोसी राज्यों से शराब आ रही है. इतना ही नहीं, शराब लाने वाला व्यक्ति लावारिस स्थिति में कहीं शराब से भरा थैला रख देता है और खुद कहीं और बैठ जाता है. इसलिए, लावारिस शराब भी काफी बरामद किये जा रहे हैं.

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